शहरी क्षेत्र में पैर पसार रहा कोरोना, छह नए कंटेनमेंट जोन बने
पहले गांवों में कोरोना संक्रमण का फैलाव होने के बाद अब इस बीमारी का शहरों से सटे मोहल्लों में फैलाव होने लगा। सोमवार को पीएमसीएच से आई स्वाब जांच रिपोर्ट में जिले के अलग-अलग स्थानों के छह संक्रमितों की पहचान की गई। इसके बाद जिला प्रशासन ने धनवार रेफरल अस्पताल के कर्मी समेत आधा दर्जन कोरोना संक्रमितों को मंगलवार की सुबह बरहमौरिया स्थित आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट करा दिया।
गिरिडीह : पहले गांवों में कोरोना संक्रमण का फैलाव होने के बाद अब इस बीमारी का शहरों से सटे मोहल्लों में फैलाव होने लगा। सोमवार को पीएमसीएच से आई स्वाब जांच रिपोर्ट में जिले के अलग-अलग स्थानों के छह संक्रमितों की पहचान की गई। इसके बाद जिला प्रशासन ने धनवार रेफरल अस्पताल के कर्मी समेत आधा दर्जन कोरोना संक्रमितों को मंगलवार की सुबह बरहमोरिया स्थित आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट करा दिया। जिन लोगों को शिफ्ट कराया गया है उनमें धनवार के लालबाजार निवासी अस्पतालकर्मी के अलावा गिरिडीह शहर के बोड़ो हवाई अड्डा रोड निवासी 10 वर्षीय बालक, 33 वर्षीय भंडारीडीह निवासी, 27 वर्षीय पेसरा बहियार निवासी, 21 वर्षीय पालमो मंझिलाडीह निवासी एवं 26 वर्षीय बनियाडीह अकदोनी निवासी शामिल हैं। संक्रमण के खतरे से लोगों के बचाव को लेकर धनवार के एसडीएम धीरेंद्र कुमार ने लालबाजार तथा गिरिडीह की एसडीएम प्रेरणा दीक्षित ने सदर प्रखंड़ के पांच जगहों को कंटेनमेंट जोन के रूप में चिन्हित करते हुए एहतियात के तौर पर निषेधाज्ञा लागू कर दी है। इसके बाद संबंधित मोहल्लों व गांवों के इलाकों को सील कर दिया है। इन गांवों में लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी गई है। चिन्हित स्थानों को सैनिटाइज कराने की दिशा में प्रक्रिया तेज कर दी गई है। वहीं संक्रमितों के परिजनों व जिसके भी संपर्क में वे सब आए हैं वैसे लोगों का स्वाब लिया जा रहा है।
- दिल्ली से 13 जून को आए दोनों संक्रमित युवक : सीसीएल बनियाडीह फुटबॉल मैदान के पास का रहनेवाला संक्रमित युवक दिल्ली में काम करता था। वह अपने एक साथी के साथ 13 जून को दिल्ली से पूर्वा एक्सप्रेस ट्रेन से सरिया स्थित हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पर उतरा था। वहां से अपने रिश्तेदार के साथ घर पहुंचा था। उसी के साथ पालमो गांव में मिला संक्रमित युवक भी 13 जून को ही लौटा था। दोनों का स्वाब 16 जून को जांच के लिए पीएमसीएच भेजा गया था। इसके बाद दोनों होम क्वारंटाइन में रह रहे थे। सात दिनों के अंदर आई जांच रिपोर्ट में दोनों का स्वाब पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। पालमो में मिले संक्रमित के छह परिजनों व बनियाडीह में मिले संक्रमित के आठ परिजनों का स्वाब संगंह कर जांच के लिए भेजा गया है।
15 को मुंबई से पहुंचा था पेसराबहियार : पचंबा थाना क्षेत्र के पेसराबहियार में मिला संक्रमित युवक 15 जून को मुंबई से ट्रेन से धनबाद स्टेशन में उतरा था। वहां से एक ऑटो बुक कर अपने गांव लौटा था। उसके बाद सदर अस्पताल में तत्काल स्वास्थ्य जांच कर होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई थी। युवक का स्वाब 17 जून को संग्रह कर पीएमसीएच भेजा था। इसके बाद छठे दिन ही उसकी स्वाब जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई गई जिसमें युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई।
- दिल्ली से 17 को आया था भंडारीडीह : नगर थाना क्षेत्र का शहरी इलाका कहा जानेवाला भंडारीडीह का संक्रमित युवक 14 जून को दिल्ली से ट्रेन से धनबाद पहुंचा था। वहां से वह एक ऑटो बुक कर अकेले ही अपने गांव लौटा था। होम क्वारंटाइन में रहने के बाद 17 जून को कोरोना जांच के लिए उसका स्वाब धनबाद भेजा था। वहां से सोमवार की रात को उसकी स्वाब जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव होने की जिला प्रशासन को जानकारी दी गई। इसके बाद उसे आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया गया।
- दादी के साथ दिल्ली से लौटा था बालक : पचंबा थाना क्षेत्र के हवाई अड्डा रोड बोड़ो में मिला कोरोना संक्रमित 10 वर्षीय बालक अपनी दादी व अन्य परिजनों के साथ 15 जून को दिल्ली से लौटा था। इसके बाद पूरे परिवार को होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई थी। 17 जून को उसके अलावा उसकी दादी व परिवार के अन्य सदस्यों का स्वाब पीएमसीएच जांच के लिए भेजा गया था जिसमें दो दिन पूर्व आई जांच रिपोर्ट में बालक की 65 वर्षीय दादी कोरोना संक्रमित पाई गई। महिला को रविवार को आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया गया। इसके बाद सोमवार की रात को आई जांच रिपोर्ट में बालक की भी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। तत्पश्चात मंगलवार की सुबह बालक को आइसोलेशन सेंटर लाया गया है। बालक दिल्ली में अपने परिजनों के साथ रहता था। लॉकडाउन खत्म होने के बाद वह परिजनों के साथ घर आया था।
बालक को लाने गई टीम रात को बैरंग लौटी : बोड़ो में बालक के संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद रात में ही आनन-फानन में आइसोलेशन सेंटर ले जाने को टीम पहुंची लेकिन परिजनों के आपत्ति जताने के बाद वहां पहुंची टीम रात को बैरंग वापस हो गई। परिजनों ने यह कहते हुए आपत्ति जताई कि बच्चे की उम्र कम है और इस तरह रात को वहां ले जाने से बच्चा हतोत्साहित हो जाएगा। ऐसे में रात भर घर में रहने दिया जाए और सुबह इसे आईसोलेशन सेंटर ले जाया जाए। इसके बाद वहां से अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी व अन्य लोग वापस लौट गए और सुबह बालक को आइसोलेशन सेंटर पहुंचाया गया।
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अस्पतालकर्मी के संक्रमित होने के 20 घंटे बाद हरकत में प्रशासन
खोरीमहुआ : धनवार रेफरल अस्पताल के कर्मी के कोरोना संक्रमित होने की खबर ने कइयों की नींद उड़ा दी है। महज दो दिनों में गोरहंद और लालबाजार में कोरोना संक्रमित मिलने से पुन: लोग भयाक्रांत नजर आ रहे हैं। अस्पतालकर्मी के संक्रमित मिलने के 20 घंटे बाद प्रशासन हरकत में आया है। संक्रमित अस्पतालकर्मी को आइसोलेशन सेंटर में भी प्रशासन ने भर्ती नहीं कराया है। उसे होम क्वारंटाइन किया गया है। रेफरल अस्पताल में कर्मी के संक्रमित होने की खबर ने सभी को परेशान कर रखा है। वजह पूछने पर लोगों ने बताया कि रेफरल अस्पताल के संक्रमित व्यक्ति ने अस्पताल में सोमवार तक कार्य किया है और अन्य कर्मियों के संपर्क में रहने के अलावा ग्राम पंचायतों की सहिया के फार्म भी वितरित किया है। दबी जुबान से लोग यह भी चर्चा कर रहे हैं कि संक्रमित व्यक्ति के लालबाजार स्थित आवास पर उसके घर में काम कर रहे 25 से ज्यादा मजदूर भी उसके और उसके परिवार के संपर्क में आए हैं। प्रशासन की निष्क्रियता भी चर्चा का विषय बनी हुई है। संक्रमित पाए जाने की सूचना के कई घंटे बाद तक गांव में किसी भी सरकारी पदाधिकारी ने दस्तक नहीं दी है। लोगों का कहना है कि कई केस होने के बाद पदाधिकारी इस मसले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। गत सप्ताह पुलिस पदाधिकारी, पत्रकार और स्वास्थ्य कर्मी के स्वाब का सैंपल कलेक्शन किया गया था। इसमें उसका भी सैंपल शामिल था। पॉजिटिव पाए गए युवक की उम्र 30 वर्ष है और वह रेफरल अस्पताल राजधनवार में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है। हालांकि इस प्रकार से देखा जाए तो युवक की पिछले दिनों कोई ट्रेवलिग हिस्ट्री नहीं रही है। वह घर से ही कार्यालय जाकर काम करता था। परिवार के सदस्यों के साथ भी घुलना मिलना होता था। धनवार से महज दो किलोमीटर उत्तर दिशा में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की खबर से संक्रमित के गांव और धनवार बाजार के लोगों में हड़कंप मच गया है। प्रखंड क्षेत्र की दर्जनों सहिया दीदी भी सकते में हैं क्योंकि गत सप्ताह स्वास्थ्य जांच को इसी अस्पताल कर्मी ने प्रपत्र उनके समक्ष बांटा था। यहां तक कि करीब 20 से 25 मजदूरों के भी होश उड़ गए हैं जो एक दिन उसके घर की ढलाई करने लालबाजार पहुंचे थे। मंगलवार अहले सुबह जब मामले की सूचना गांव के मुखिया वारिस अंसारी को मिली तो वह सुबह से ही स्थल पर डट गए। तीन बजे तक एक भी आलाधिकारी वहां की सुध लेने नहीं पहुंचे थे। तीन बजे जब इसकी जानकारी धनवार के सीओ शशिकांत सिकर को हुई तो करीब साढ़े तीन बजे आनन फानन में वहां सील करने के लिए मुआयना करने लगे। हालांकि खोरीमहुआ-सरिया मुख्य मार्ग के किनारे घर होने के कारण सील किया जाना मुश्किल था। ऐसे में गांव को कंटेनमेंट जॉन घोषित कर धारा 144 लागू कर दी गई। बताया जाता है कि फिलहाल संक्रमित युवक अपने ही घर में आइसोलेट है और देर शाम तक गांव और मरीज के घर को सैनिटाइज्ड भी नहीं किया जा सका था।