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हाथी व जानलेवा बनी जर्जर सड़क से लगता डर

अहिल्यापुर (गिरिडीह) गिरिडीह-टुंडी से मंगाहीर व चरकपथला गांव जाने वाली सड़क काफी जज

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Nov 2021 08:39 PM (IST)Updated: Tue, 16 Nov 2021 08:39 PM (IST)
हाथी व जानलेवा बनी जर्जर सड़क से लगता डर
हाथी व जानलेवा बनी जर्जर सड़क से लगता डर

अहिल्यापुर (गिरिडीह) : गिरिडीह-टुंडी से मंगाहीर व चरकपथला गांव जाने वाली सड़क काफी जर्जर है। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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मुख्य मार्ग से लगभग चार-पांच किलोमीटर की दूरी तय कर लोग गांव पहुंचते हैं। काफी रास्ते में पत्थर व गड्ढे हैं। खास कर बरसात के दिनों में काफी परेशानी होती है। यही एक रास्ता है, जिसके सहारे लोग मुख्य मार्ग पहुंचते हैं क्योंकि सड़क की दोनों ओर जंगल है। गांव की अंतिम ओर बराकर नदी गुजरती है। उक्त गांव में लगभग पांच सौ कि आबादी है, जहां आदिवासी समाज के लोग रहते हैं।

ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों का झुंड हमारे गांव मंगाहीर व चरकपथला गांव में आते रहते हैं, क्योंकि हमारा गांव जंगल में है और बराकर नदी से बिल्कुल सटा है। कई बार हाथियों का झुंड हमारे गांव में आया है, जिससे हमलोगों का काफी नुकसान हुआ है। जिस कारण भय लगा रहता है। - इस गांव को जोड़ने वाली एक मात्र सड़क है जो काफी जर्जर है। इसके बनने से लोगों को काफी सहूलियत होगी।

सुनील मुर्मू, पूर्व पंसस, पंडरी - सड़क बन जाने से आवाजाही के साथ-साथ कामकाज करने में भी सहूलियत होगी। गांव में बड़े वाहन आने से कतराते हैं।

भोला हांसदा, ग्राम प्रधान - सड़क बन जाने से गांव का विकास होता और लोगों को कामकाज करने में सुविधा होती। विद्यालय आने जाने मे बच्चों को काफी दिक्कत होती है।

नरेश चौड़े, ग्रामीण


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