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पंदनाटांड़ में रेलवे क्रॉसिग बंद होने से ग्रामीणों में आक्रोश

गांडेय (गिरिडीह) प्रखंड अंतर्गत बरमसिया वन पंचायत के पंदनाटांड़ गांव में रेलवे की ओर से

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Feb 2021 08:16 PM (IST)Updated: Sun, 21 Feb 2021 08:16 PM (IST)
पंदनाटांड़ में रेलवे क्रॉसिग बंद होने से ग्रामीणों में आक्रोश
पंदनाटांड़ में रेलवे क्रॉसिग बंद होने से ग्रामीणों में आक्रोश

गांडेय (गिरिडीह) : प्रखंड अंतर्गत बरमसिया वन पंचायत के पंदनाटांड़ गांव में रेलवे की ओर से आवागमन के एकमात्र रास्ते को सीमेंट का खंभा लगाकर बंद कर दिया गया है। बीते तीन माह से रास्ता बंद होने से ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। गांडेय के दो गांव नईटांड़ व पंदनाटांड़ की एक हजार से अधिक आबादी प्रखंड मुख्यालय से कट गई है। वहीं बीमार लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस भी गांव में नहीं पहुंच पाती है। इस कारण ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने इसे लेकर स्थानीय विधायक डॉ. सरफराज अहमद को आवेदन देकर पहल करने की मांग की है।

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बता दें कि पंदनाटांड़ गांडेय व बेंगाबाद के बॉर्डर पर स्थित है। यह गिरिडीह मधुपुर रेलखंड के कारण दो भागों में बंटा है। यहां के लोगों को बेंगाबाद और गांडेय जाने की एकमात्र सड़क रेलवे क्रॉसिग से होकर गुजरती है। बीते तीन माह पूर्व लॉकडाउन के समय रेलवे विद्युतीकरण के समय विभाग के कर्मचारियों ने रेललाइन क्रॉसिग के दोनों ओर सड़क पर सीमेंट का खंभा गाड़ दिया। ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन रेलवे के कर्मचारियों ने सरकारी आदेश का हवाला देकर खंभा लगा दिया। इससे इस सड़क से होकर सभी तरह के वाहनों का आवागमन बंद हो गया है। इससे एक हजार से अधिक आबादी गांडेय प्रखंड मुख्यालय से कट गई है। ग्रामीणों को दूसरी ओर स्थित खेत से धान, खाद्य सामग्री समेत सभी तरह के सामानों के परिवहन में परेशानी उठानी पड़ रही है।

सर्वे खतियान में दर्ज है रास्ता : ग्रामीण मो. सरफराज अंसारी, महबूब अंसारी, मो. लियाकत अंसारी, समरुद्दीन अंसारी, अजीम अंसारी, नरेश यादव, मनु यादव, सरजू यादव, सलाउद्दीन अंसारी आदि ने बताया कि यह रास्ता सर्वे खतियान में दर्ज है। वर्तमान में नक्शा में भी सड़क बनी हुई है। वहीं जब रेलवे का परिचालन शुरू किया गया था तो इस जगह पर छह नंबर का फाटक बना था। यहां गेट खोलने व बंद करने के लिए कर्मचारी भी रहता था परंतु धीरे-धीरे सब हटा दिया गया। अब रास्ते को ही बंद कर दिया गया। इस सड़क के बंद हो जाने से ग्रामीणों को 30 से 35 किलोमीटर की दूरी अधिक तय करनी पड़ेगी। फिलहाल ग्रामीण जान को जोखिम में डालकर किसी तरह वहां से बाइक को पार कर रहे हैं।

बेंगाबाद से नईटांड़ व पंदनाटांड़ सड़क सर्वे खतियान में दर्ज है। यह सड़क पूर्वज के समय से बनी हुई है। इस सड़क से गांडेय व बेंगाबाद होते हुए जिला मुख्यालय तक आसानी से पहुंचा जाता था। इसके बंद होने से परेशानी उठानी पड़ रही है।

मुस्लिम अंसारी, ग्रामीण, पंदनाटांड़। -इस सड़क के बंद हो जाने से आवागमन में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। गांडेय प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए अब 30 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी। प्रशासन व जनप्रतिनिधि इस पर अविलंब संज्ञान में लेकर पहल करें। - मोईद अंसारी, ग्रामीण, पंदनाटांड़। -पूर्वजों से ही इस सड़क से होकर आना जाना कर रहे हैं। कई बार अस्पताल जाने के लिए एंबुलेंस बुलाते हैं तो क्रॉसिग बंद होने के कारण वह वापस लौट जाता है। या तो बीमार व्यक्ति को उठाकर एंबुलेंस के पास लाना पड़ता है। सरकार को इस पर अविलंब पहल करने की जरूरत है।- हसमुन बीबी, ग्रामीण महिला, पंदनाटांड़। -रेलवे क्रॉसिग के बंद हो जाने से सड़क की दूसरी ओर से धान, खाद्य सामग्री समेत अन्य तरह के सामान को परिवहन करने में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। इससे 30 से 35 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। रेलवे प्रशासन अविलंब इस पर संज्ञान में लेकर रास्ता मुहैया कराए। - हफीज अंसारी, ग्रामीण, पंदनाटांड़।

-----------संपादन-अविनाश प्रसाद।


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