दुष्कर्म के आरोपितों की गिरफ्तारी को अनशन पर बैठी पीड़िता
दुष्कर्म के आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से आहत पीड़िता शुक्रवार से समाहरणालय परिसर में आमरण अनशन शुरू कर दी। पीड़िता ने जमुआ थाना कांड संख्या 191 19 के आरोपितों को गिरफ्तार करने दुष्कर्म के मामले में न्याय दिलाने व आरोपितों को संरक्षण देने वाले नवडीहा ओपी प्रभारी को निलंबित करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठी है।
गिरिडीह: दुष्कर्म के आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से आहत पीड़िता ने शुक्रवार से समाहरणालय परिसर में आमरण अनशन शुरू कर दी है। पीड़िता जमुआ थाना में दर्ज मामले के आरोपितों को गिरफ्तार करने, दुष्कर्म के मामले में न्याय दिलाने व आरोपितों को संरक्षण देनेवाले नवडीहा ओपी प्रभारी को निलंबित करने की मांग कर रही है। कहा कि जब तक उसकी मांग पूरी नहीं होती है और न्याय नहीं मिलता है तब तक उसका अनशन जारी रहेगा।
गौरतलब है कि नवडीहा ओपी क्षेत्र के एक गांव की महिला के साथ आरोपितों ने दुष्कर्म किया था। इसके बाद न्यायालय के आदेश पर जमुआ थाना में प्राथमिकी भी दर्ज की गई लेकिन अब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की गई है। पीड़िता न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी खोरीमहुआ, पुलिस अधीक्षक व उपायुक्त को आवेदन दे चुकी है। पीड़िता ने आवेदन में कहा था कि इसी वर्ष 22 अप्रैल को उसे इलाज के लिए चिकित्सक के पास जाना था। इस कारण वह सुबह चार बजे उठकर गांव के बाहर तालाब के समीप शौच के लिए गई थी। वहां से लौटकर घर आ रही थी तभी घात लगाए दो लोगों ने पीछे से आकर पकड़ लिया। डर से चिल्लाने लगी तो मुंह बंद कर दिया और दोनों ने दुष्कर्म किया। इसके बाद किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देकर भाग गए। इधर आरोपित घर पर आकर केस उठाने को लेकर अक्सर गाली गलौज व गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते रहते हैं। इससे पूरा परिवार डरा व सहमा है।