पैक्स के बरामदे में धान की बोरियां रख विरोध जताया
डुमरी (गिरिडीह) डुमरी क्षेत्र के कई किसानों ने लक्ष्मणटुंडा के पैक्स प्रबंधन पर धान की
डुमरी (गिरिडीह) : डुमरी क्षेत्र के कई किसानों ने लक्ष्मणटुंडा के पैक्स प्रबंधन पर धान की खरीदी नहीं करने एवं बार-बार अनावश्यक रूप से परेशान करने का आरोप लगाते हुए अपना सैकड़ो बोरा धान पैक्स के बरामदे में छोड़कर घर चले गए। सूईयाडीह निवासी सुबोध यादव, वंशीधर यादव, तेलखारा निवासी सुभाष महतो, मंझलाडीह निवासी करमा मांझी आदि ने बताया कि जब भी पैक्स प्रबंधन से धान की खरीदगी की बात की जाती है तब-तब प्रबंधन यही रटी रटाई बात कहता है कि चालान काटकर दे देता हूं। आपलोग गिरिडीह में स्वयं जमा कर लीजिए जबकि सरकार ने पैक्स को ही धान की खरीदगी करने का आदेश दे रखा है। लोगों का कहना है कि यदि हम सभी ही गिरिडीह जाकर धान बेचेंगे तो पैक्स प्रबंधक सरकार का पैसा क्यों ले रहा है। कहा कि हम सभी गरीब परिवार से हैं और हम सभी के पास धान को गिरिडीह ले जाने का पैसा भी नहीं है। लोगों का आरोप है कि धान की खरीदगी के लिए स्थानीय स्तर से जिले तक बात कर चुके हैं, लेकिन कहीं से आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। ग्रामीण पैक्स प्रबंधन की उदासीनता व उपेक्षात्मक रवैए से तंग आकर सैकड़ों बोरियां धान पैक्स के बरामदे में ही रखकर यह कहते हुए घर चले गए कि धान बेचेंगे तो पैक्स में ही बेचेंगे। वहीं बीसीओ रवींद्र उरांव ने कहा कि आज प्रखंड में दो चार दिनों के बाद धान लिया जाएगा जबकि प्रबंधक शंकर कुमार ने कहा कि पैक्स गोदाम में धान रखने की जगह नहीं है और ना ही मील में धान ले रहा है। बताया कि पिछले वर्ष पैक्स को एक लाख साठ हजार रुपये का नुकसान हो गया था। बताया कि कुछ लोग जोर जबरदस्ती कर रहे हैं तो क्या कर सकते हैं। लोकतंत्र में सभी को धरना-प्रदर्शन करने का अधिकार है। इस बाबत जब डीएसओ गौतम भगत को फोन किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।