नुक्कड़ नाटक से दिया कुपोषण भगाने का संदेश
गिरिडीह कुपोषण को भगाना है तो पौष्टिक आहार लेना होगा पर्यावरण संरक्षण करना है तो
गिरिडीह : कुपोषण को भगाना है तो पौष्टिक आहार लेना होगा, पर्यावरण संरक्षण करना है तो पेड़-पौधों को बचाना होगा और कोरोना को मात देना है तो वैक्सीनेशन के साथ सतर्कता व एहतियात बरतनी होगी। इन्ही स्लोगनों के साथ बनहत्ती स्थित स्कालर बीएड कालेज की ओर से राष्ट्रीय सेवा योजना की 53वीं वर्षगांठ के अवसर पर मोतीलेदा गांव में तीन अलग-अलग समूहों में बंटकर बीएड प्रशिक्षुओं ने नुक्कड़ नाटक पेश किया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राध्यापकों एवं प्रोफेसर इंचार्ज डा. शालिनी खोवाला के नेतृत्व व राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-वन के कार्यक्रम पदाधिकारी सुधांशु शेखर जमैयार के मार्गदर्शन में किया गया। इसके तहत ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण, कोरोना से बचाव व कुपोषण से मुक्ति पाने के प्रति जागरूक किया गया। प्रशिक्षुओं ने अपने-अपने किरदार को जीवंत रूप में पेश करते हुए खूब तालियां बटोरी और लोगों में जागरूकता लाने को इन सब के प्रति जागरूक होने का संदेश दिया। कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय में वर्षो से काम कर रहे कर्मी जानकी जी ने हरी झंडी दिखाकर की। इसके बाद ही प्राचार्या शालिनी खोवाला ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि आज सारी दुनिया कोरोना जैसे महासंकट से जूझ रही है। ऐसे में हमें इस महामारी से निपटने के लिए समय पर वैक्सीनेशन कराना जरूरी है क्योंकि वैक्सीनेशन कराने से ही हम अपने आप को और अपने समाज को सुरक्षित रख सकेंगे। कोरोना से बचाव को लेकर वैक्सीनेशन के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करते हुए ग्रामीणों को जागरूक किया गया। साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सैनिटाइजर व मास्क का उपयोग करने के बारे में भी बताया गया। वहीं पर्यावरण संरक्षण को लेकर पेड़ न काटने व आक्सीजन के महत्व के बारे में भी नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जानकारी दी गई। कुपोषण से होनेवाले नुकसान, बीमारियों व अंधविश्वास को दूर भगाने से संबंधित प्रशिक्षुओं ने बेहतर प्रस्तुति पेश कर लोगों को पौष्टिक आहार लेने का संदेश दिया। यह नुक्कड़ नाटक महाविद्यालय के सत्र 2020-22 के प्रशिक्षुओं की ओर से प्रस्तुत किया गया। इसमें कोविड-19 के बारे में जानकारी और उससे बचाव को वैक्सीनेशन के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। साथ ही कुपोषण से बचाव और कुपोषण से होनेवाली बीमारियों के बारे में भी नाटक के माध्यम से जानकारी दी गई। पूरा विश्व पर्यावरण प्रदूषण से जूझ रहा है। छात्रों ने बहुत ही आकर्षक ढंग से लोगों के बीच पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। कोविड-19 के लीडर रोहित कुमार पांडेय, कुपोषण के कुमारजीत व पर्यावरण संरक्षण के अमन कुमार के अलावा अमित कुमार, काजू ठाकुर, निक्की कुमारी, रिमिका बक्शी, टेरेसा मुर्मू, शालिनी राज, संजय मंडल, मोइन अंसारी, अनिकेत कुमार, मो मुजाहिदीन, सुधांशु शेखर, प्रमोद दास के अलावा अन्य ने बहुत ही कुशलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया। मौके पर महाविद्यालय के व्याख्याता सदानंद देव रवि, राजेंद्र कुमार, कार्यालय कर्मी अजय कुमार रजक, मनीष कुमार समेत महाविद्यालय के प्राध्यापक, प्रशिक्षु छात्र-छात्राएं व ग्रामीण मौजूद थे।