नई शिक्षा नीति को बल देगी डा. शालिनी की पुस्तकें
शिक्षा के क्षेत्र में कम समय
नई शिक्षा नीति को बल देगी डा. शालिनी की पुस्तकें
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : शिक्षा के क्षेत्र में कम समय में अपनी अलग पहचान बनाने वाली डा. शालिनी खोवाला ने नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए एक साथ तीन-तीन पुस्तकें लिख डाली। इन तीनों पुस्तकों का विमोचन रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित भव्य कार्यक्रम में राज्यपाल रमेश बैस व अन्य कुलपतियों ने संयुक्त रूप से किया। डा. शालिनी गिरिडीह के बेंगाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत बनहत्ती स्थित स्कालर बीएड कालेज की उप प्राचार्या है। वह शिक्षा के क्षेत्र में रुचि दिखाते हुए वर्तमान समय में चलने वाली नई शिक्षा नीति को आत्मसात करते हुए तीनों पुस्तकों को लिखी। इनमें हिंदी काव्य एवं काव्य का इतिहास, शारीरिक शिक्षा के वैज्ञानिक मूलाधार व पर्यावरण अध्ययन नामक पुस्तक शामिल है।
रांची विश्वविद्यालय में साइबर पिस सेंटर आफ एक्सीलेंस के उद्घाटन समारोह के क्रम में ही डा. खोवाला के तीनों पुस्तकों जो कि नई शिक्षा नीति 2020 के नवीनतम पाठ्यक्रम के अनुरूप तैयार किया गया है, का विमोचन किया। डा. खोवाला ने बताया कि तीनों पुस्तक स्नातक के विद्यार्थियों के वास्तविक जरूरतों और उनके पाठ्यक्रम को पूरा करने में सहायक सिद्ध होगी। साथ ही प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल होने वाले प्रतिभागियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इन पुस्तकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सभी मानकों को ध्यान में रखकर पुस्तक को लिखा गया है जिससे सभी विद्यार्थियों को अधिक से अधिक जानकारियां हासिल हो सकेगी। डा. शालिनी शुरू से ही शिक्षा जगत से जुड़ी रही है। साथ् ही गुणवतापूर्ण शिक्षा के लिए इन्होंने अनेकों काम किया है। शिक्षा के प्रति इनका गहरा लगाव रहा है जिसका परिणाम है एक साथ तीन पुस्तक को लिख कर युवाओं को प्रेरित करना। मौके पर रांची विश्विद्यालय के कुलपति डा. अजीत कुमार सिन्हा समेत अन्य शिक्षाविद इस पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के गवाह बने।