समय पर चिकित्सा लाभ नहीं मिलने से मरीज की मौत
गिरिडीह जमुआ थाना क्षेत्र के मिर्जागंज के रहनेवाले 57 वर्षीय वासुदेव साहू की कुछ दिनों से
गिरिडीह : जमुआ थाना क्षेत्र के मिर्जागंज के रहनेवाले 57 वर्षीय वासुदेव साहू की कुछ दिनों से तबीयत खराब चल रही थी। इस दौरान गुरुवार की सुबह अचानक तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें सदर अस्पताल लाया गया। वहां चिकित्सक डॉ. जितेंद्र कुमार ने उन्हें बरहमोरिया ले जाने को कहा, लेकिन उसकी पत्नी और बच्चे इन्हें तुरंत ऑक्सीजन लगाने की बात कहकर हाथ पैर जोड़ रहे थे। डॉक्टर ने इनकी एक नहीं सुनी और बार-बार बरहमोरिया जाने को कहने लगे। मरीज को बिना देखे, डॉक्टर बाहर भेजने की बात पर अड़े रहे। ज्यादा रिक्वेस्ट करने के बाद उन्हें फिर वार्ड में शिफ्ट किया गया। ऑक्सीजन लगाने के दो मिनट बाद ही उनकी मौत हो गई। अगर ऑक्सीजन 10 मिनट पहले लग जाता तो शायद उनकी जान बच सकती थी। यह हाल है सदर अस्पताल गिरिडीह का। लोग दूर-दूर से आते हैं आशा लेकर कि चलो सदर अस्पताल में इलाज कराएंगे लेकिन, यहां की हालत तो कुछ और ही बयां करती है। डॉ. जितेंद्र कुमार कहते हैं कि यहां ऑक्सीजन नहीं है जबकि कंपोस्टेबल सिलिंडर 50 किलो की 50 पीस यहां दो दिन पहले ही आया हुआ है। इसमें से 20 बरमोरिया गया है और 30 सिलिंडर सदर अस्पताल में है। उसके बाद भी छोटा सिलिंडर में रोज ऑक्सीजन भर के आना-जाना लगा रहता है। उसी तरह एक और मरीज आया था जिसे भी ऑक्सीजन नहीं होने का हवाला देकर बरमोरिया रेफर कर दिया गया। सदर अस्पताल में अगर-समय रहते ऑक्सीजन लग जाता तो वे अभी जिदा रहते। इसी तरह बुधवार रात को भी एक मरीज को बिना देखे बरहमोरिया कोविड केयर सेंटर रेफर कर दिया गया जबकि वह मरीज कोरोना निगेटिव था। बाद में स्वजन उसे इलाज के लिए बोकारो ले गए। डॉ. कुमार का कहना है कि मरीज को गंभीर अवस्था में अंतिम क्षण में यहां लाया गया था। वार्ड में भर्ती कर ऑक्सीजन लगाने के तुरंत बाद उसकी मौत हो गई।