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राम मंदिर की तरह पारा शिक्षक भी बस राजनीतिक मुद्दा

जागरण संवाददाता, गिरिडीह: एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पारा शिक्षकों ने

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jan 2019 08:20 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jan 2019 08:20 PM (IST)
राम मंदिर की तरह पारा शिक्षक भी बस राजनीतिक मुद्दा
राम मंदिर की तरह पारा शिक्षक भी बस राजनीतिक मुद्दा

जागरण संवाददाता, गिरिडीह: एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पारा शिक्षकों ने शनिवार को शहर में रैली निकाली। झंडा मैदान से रैली निकलकर टावर चौक पहुंच सभा में तब्दील हो गई, जहां मुख्यमंत्री के नाम भाजपा जिला प्रवक्ता शुकदेव प्रसाद साहू को पारा शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा।

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मौके पर मोर्चा के जिलाध्यक्ष नारायण महतो ने कहा कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत पूरे देश में एक साथ पारा शिक्षकों की बहाली हुई थी। देश के सभी राज्यों में पारा शिक्षकों की सेवा स्थायी कर दी गई, लेकिन झारखंड के पारा शिक्षकों को आज तक स्थायी नहीं किया गया है। यहां पारा शिक्षक स्थायीकरण की मांग को लेकर 15 वर्षों से लगातार आंदोलनरत हैं, लेकिन हमें ठगा गया है। भाजपा अपने वादा के मुताबिक शीघ्र हमारी सेवा स्थायी नहीं करती है तो इस बार उसे खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

जिला उपाध्यक्ष गणेश मंडल ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार झारखंड के सभी पारा शिक्षकों को समान कार्य के बदले समान वेतन सरकार लागू करे नहीं तो हड़ताल जारी रहेगी। जिला प्रवक्ता मुनचुन अंसारी ने कहा कि जिस तरह पूरे देश में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को पक्ष-विपक्ष ने राजनीति करने के लिए बचा कर रखा है, उसी तरह झारखंड में भी पारा शिक्षकों के स्थायीकरण का मुद्दा पक्ष-विपक्ष दोनों बचाकर रखना चाहते हैं, ताकि बारी-बारी से इस पर राजनीति करते रहें। पारा शिक्षक सरकार की इस चाल को समझ चुके हैं। अब हमारे पेट पर राजनीति होने लगी है, जिसे हम कदापि बर्दाश्त नहीं करेंगे। मौके पर गीता राज, रोहित मंडल, कैलाश वर्मा, सुखदेव राय, लालजीत यादव, इमामुद्दीन अली, शौकत अली, मुख्तार, मनोज मंडल, बख्शी रमेश आदि उपस्थित थे।


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