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मुखिया पुत्र समेत दो को छलनी करनेवालों पर नहीं कसा शिकंजा

गिरिडीह भेलवाघाटी की मुखिया प्रभावती बरनवाल के रमनीटांड़ स्थित आवास पर उनके पुत्र सुभा

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Feb 2021 06:54 PM (IST)Updated: Thu, 11 Feb 2021 06:54 PM (IST)
मुखिया पुत्र समेत दो को छलनी करनेवालों पर नहीं कसा शिकंजा
मुखिया पुत्र समेत दो को छलनी करनेवालों पर नहीं कसा शिकंजा

गिरिडीह : भेलवाघाटी की मुखिया प्रभावती बरनवाल के रमनीटांड़ स्थित आवास पर उनके पुत्र सुभाष बरनवाल अपने सहयोगी श्याम सुंदर बरनवाल एवं अन्य लोगों के साथ इंदिरा आवास की सूची तैयार कर रहे थे। शाम के करीब सात बज रहे थे। तभी वहां करीब एक दर्जन से अधिक वर्दीधारी हथियारबंद नक्सली पहुंचे और पूरे घर को चुपचाप घेर लिया। सुभाष के पिता एवं भाई ने दरवाजे पर चेहरा ढंके एक व्यक्ति को देख, पूछा किसे खोज रहे हो? यह सुनते ही सुभाष कमरे से बाहर देखने निकला। जैसे ही वह दरवाजे पर पहुंचे चेहरा ढके व्यक्ति ने बाहर खड़े नक्सलियों को इशारा कर दिया। फिर क्या था नक्सलियों ने सुभाष पर ताबड़तोड़ फायरिग शुरू कर दी। गोली लगते ही सुभाष वहीं गिर पड़े। गोलियों से उसे छलनी कर दिया था। इस दौरान उसके सहयोगी श्याम सुंदर पंडित की भी गोली लगने से मौत हो? चुकी थी। बाहर खड़े सुभाष के पिता एवं भाई गोली लगने से जख्मी हो चुके थे। यह घटना 12 फरवरी 2017 की है। फिल्मी स्टाइल में इस कांड को अंजाम देकर नक्सली आराम से चलते बने थे। महज कुछ ही दूरी पर थाना था, लेकिन पुलिस घटनास्थल पर तुरंत पहुंचने का साहस नहीं कर सकी थी। इस घटना को हुए आज ठीक चार साल हो गए, लेकिन पीड़ित परिवार को पुलिस आज तक इंसाफ नहीं दिला सकी।

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अधिकांश नामजद आरोपित आज भी कानून की पकड़ से है बाहर : भेलवाघाटी की मुखिया प्रभावती बरनवाल के पुत्र सुभाष बरनवाल एवं उसके सहयोगी श्याम सुंदर पंडित को सरेशाम गोलियों से छलनी करनेवाले नामजद आरोपितों को चार साल बाद सजा दिलाना तो दूर की बात है, अधिकांश को गिरिडीह पुलिस गिरफ्तार भी नहीं कर सकी है। तीन आरोपित अहमद अंसारी, अर्जुन साव एवं रामजी साव जो गिरफ्तार किए गए थे, वे भी जमानत पर जेल से बाहर निकल चुके हैं। पुलिस आरोपितों के खिलाफ अदालत में आरोप गठन भी नहीं करा पाई है। ऐसे में इन्हें दोषी करार दिलाकर कब तक सजा होगी, यह बता पाने की स्थिति में कोई नहीं है। मुख्य आरोपित एवं इस कांड को अंजाम देने वाले दस्ते की अगुवाई करनेवाले सिदो कोड़ा की मौत बिहार पुलिस की हिरासत में हो चुकी है जबकि सुरंग यादव ने बिहार के जमुई पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है। जेल में बंद नक्सली एवं उसकी पत्नी को इस मामले में मुखिया की शिकायत के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।

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सिधो-सुरंग-पींटू-करूणा दी समेत 18 के खिलाफ दर्ज हुई थी प्राथमिकी :

सिधो कोड़ा, सुरंग यादव, पींटू राणा, दारोगी यादव, नरेश यादव, तेजो मंडल, लाल मोहन यादव, करूणा दी, प्रदीप साव, कोल्हा यादव, महेंद्र ठाकुर, सत्य नारायण, अर्जुन साव, हीरो साव, प्रसादी तुरी, अहमद अंसारी, अहमद अंसारी उर्फ इम्तियाज, कलीम मियां।

सुभाष की प्रतिमा के समक्ष आज होगी श्रद्धांजलि सभा : पुण्यतिथि के मौके पर शुक्रवार को भेलवाघाटी गांव में दिवंगत सुभाष बरनवाल एवं श्याम सुंदर पंडित को ग्रामीण श्रद्धांजलि देंगे। सुभाष की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण के बाद वहां श्रद्धांजलि सभा भी होगी। इसके बाद 13 फरवरी को वहां फुटबॉल मैच का भी आयोजन किया जाएगा।


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