LokSabha Election 2019 : पहले सांसद नागो बाबू के मोहल्ले में समस्याओं का अंबार
नागो बाबू के बाद गिरिडीह संसदीय क्षेत्र से कई सांसद बने पर किसी ने पहले सांसद के मुहल्ले की सुध नहीं ली।
गिरिडीह, जेएनएन। आजादी के बाद देश के पहले आम चुनाव में नागेश्वर प्रसाद सिन्हा उर्फ नागो बाबू हजारीबाग ईस्ट (वर्तमान में गिरिडीह संसदीय क्षेत्र) से विजयी हुए थे। पहला सांसद होने के कारण उनके आवास पचंबा स्थित भवानी भवन में बड़े-बड़े नेताओं का आना जाना होता था। बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह, केबी सहाय, एसएन सिंह, बजरंग सहाय समेत अन्य लोगों का जमावड़ा वहां लगा रहता था। गिरिडीह शहर की उप नगरी पचंबा प्रदेश की राजनीति का प्रमुख केंद्र हुआ करता था। गाड़ियों के आने जाने से क्षेत्र गुलजार रहता था। आज वह क्षेत्र उपेक्षित है। नागो बाबू के बाद गिरिडीह संसदीय क्षेत्र से कई सांसद बने, पर किसी ने पहले सांसद के मुहल्ले की सुध नहीं ली। सांसद के अलावा विधायक और नगर निकाय के प्रतिनिधियों ने क्षेत्र का विकास नहीं कर पूरी तरह से इसे नजरअंदाज किया। विकास के नाम पर सिर्फ एक पुरानी टूटी फूटी पीसीसी सड़क है। पानी की पाइपलाइन तक यहां नहीं बिछाई गई है। यहां गंदगी का अंबार पड़ा है। स्थानीय निवासी कृष्णमुरारी प्रसाद कहते हैं कि कभी गुलजार था यह क्षेत्र। अब किसी भी नेता की नज़र इस क्षेत्र पर नहीं पड़ती है। जनप्रतिनिधि जान बूझकर इस क्षेत्र की उपेक्षा करते हैं। जबकि बगल के मुहल्ले में विकास के काम होते हैं। वहीं धीरेंद्र कुमार सिन्हा का कहना है कि आज नागों बाबू जीवित होते तो उन्हें काफी दुख होता। जिसने पूरे गिरिडीह में विकास का खाका तैयार किया हो और एक समान पूरे गिरिडीह का विकास कराया हो, उन्हीं का क्षेत्र आज विकास से उपेक्षित है। पीने का पानी तक यहां नहीं उपलब्ध कराया गया है।