सालभर में नहीं हुई मोटर की मरम्मत, पेयजल के लिए हाहाकार
बनियाडीह कोलिमारन चानक का मोटर जल जाने से सीसीएल क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में एक साल से
बनियाडीह : कोलिमारन चानक का मोटर जल जाने से सीसीएल क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में एक साल से जलापूर्ति बंद है। इससे क्षेत्र की लगभग तीन हजार की आबादी के बीच पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। बरसात के दिनों में ग्रामीणों को पानी जुगाड़ करने में काफी परेशानी हो रही है। एक साल बीत गया और मोटर चानक में लगाकर सीसीएल ने जलापूर्ति शुरू नहीं की है । इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। लोग अब सीसीएल ओपेनकास्ट माइंस में कोयला उत्पादन ठप करने का मन बना रहे हैं।
कहां-कहां ठप है जलापूर्ति : सीसीएल क्षेत्र के कोलिमारन, बालोडिगा, महुआटांड़ के दलित एवं अल्पसंख्यक टोला, कोलहरिया, महेशलुंडी, बालोडिगा, तिनकोनिया आदि गांवों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। पानी जुगाड़ करने में ग्रामीणों को बरसात में भी दूर-दूर भटकना पड़ रहा है। लोगों को नहाने धोने समेत अन्य दैनिक कार्य में काफी परेशानी हो रही है।
क्या कहते हैं ग्रामीण : जिप उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान का कहना है कि सीसीएल प्रबंधन की लापरवाही के कारण कोलिमारन चानक से एक साल से जलापूर्ति ठप है। उक्त गांवों के लगभग तीन हजार लोगों को बरसात के दिनों में पानी व्यवस्था करने में काफी दिक्कत हो रही है। सीसीएल यहां से कोयला निकालती है जिसका धूल गर्दा लोगों को खाना पड़ता है। नहाना धोना तो दूर लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन अपने कोल माइंस रेगुलेशन एक्ट के अनुसार उक्त क्षेत्रों में जल्द ही जलापूर्ति शुरू कराए अन्यथा बाध्य होकर ग्रामीण ओपेनकास्ट माइंस से कोयला उत्पादन को ठप करेंगे।
भाजपा नेता उमेश दास का कहना है कि प्रबंधन कोलिमारन चानक से जलापूर्ति न कराकर ग्रामीणों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। सीसीएल के आवासीय कालोनियों में अगर जलापूर्ति बाधित रहती है तो वहां का मोटर शीघ्र ही बन जाता है। कोलिमारन चानक का मोटर जले एक साल हो गया। अभी तक नहीं बना है। यह प्रबंधन का लापरवाही का उजागर कर हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी : इधर पीओ विनोद कुमार ने बताया कि कोलिमारन चानक का मोटर जल गया है। इसकी मरम्मत का कार्य वर्कशॉप बनियाडीह में चल रहा है। है। चानक में मोटर को झुलानेवाला रस्सा सड़ गया है। इसकी भी व्यवस्था की जा रही है। मोटर बनने के बाद जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी।