एमपी पुलिस ने की शिवम आजाद के रिमांड की मांग
जागरण संवाददाता गिरिडीह भाजपा नेता सह पूर्व वार्ड पार्षद शिवम श्रीवास्तव उर्फ शिवम आजाद की
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: भाजपा नेता सह पूर्व वार्ड पार्षद शिवम श्रीवास्तव उर्फ शिवम आजाद की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरिडीह न्यायालय और जेल में आवेदन देकर उसका प्रोडक्शन कराने की मांग की है। एमपी के मंदसौर जिले से शराब की तस्करी के आरोप में भाजपा नेता का नाम आया है। बिहार के शराब माफिया के साथ शिवम पर भी धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। शिवम पर मंदसौर से विदेश से लाई शराब को धोखाधड़ी कर लाने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में बिहार के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था जो अभी मंदसौर जेल में बंद हैं। गिरफ्तार आरोपित ने शिवम के नाम का खुलासा किया था। इधर, पुलिस अनुसंधान में शिवम की संलिप्तता पाई गई थी। मंदसौर पुलिस शिवम को अपने साथ ले जाना चाहती है। साथ ही इस धंधे से जुड़े लोगों का राज उगलवाना चाहती है। इसके लिए एमपी पुलिस लगातार गिरिडीह न्यायालय और सेंट्रल जेल से संपर्क कर रही है। करीब एक माह पूर्व एमपी पुलिस ने एसडीजेएम न्यायालय में आवेदन देकर उसे अपने साथ ले जाने की अनुमति मांगी थी। गिरिडीह न्यायालय में शिवम के खिलाफ करीब आधा दर्जन मामले लंबित हैं। इधर एमपी पुलिस मंदसौर जिला न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट लेकर 18 नवंबर को सेंट्रल जेल पहुंची है। जेल में दिए आवेदन और मंदसौर न्यायालय के प्रोडक्शन वारंट में आगामी दो दिसंबर तक वहां उपस्थित कराने का आदेश है। जेल प्रशासन ने इसकी सूचना सीजेएम और एसडीजेएम न्यायालय को भेजी है। न्यायालय का आदेश मिलने पर ही मंदसौर पुलिस को उसे सौंपा जा सकता है। विदित हो कि भाजपा नेता शिवम को बिहार शराब से जुड़े अवैध कारोबार में मुफस्सिल पुलिस ने करीब दो माह पूर्व गिरफ्तार किया था। मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित एक बंद लोहे के कारखाने में एक ट्रक अवैध विदेशी शराब के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार लोगों ने बताया था कि यह शराब शिवम का था। इस मामले में पुलिस ने करीब तीन माह बाद बगोदर के पास से शिवम को दबोचा था। शिवम की गिरफ्तारी के बाद एमपी पुलिस भी हरकत में आई और वहां हुए इस कारोबार में उसकी संलिप्तता बताई।