सम्राट अशोक का अपमान बर्दाश्त नहीं
जागरण संवाददाता गिरिडीह गुरुवार को टावर चौक पर अखंड भारत के निर्माता सम्राट अशोक के
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : गुरुवार को टावर चौक पर अखंड भारत के निर्माता सम्राट अशोक के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले नाटककार दया प्रकाश सिन्हा का कुशवाहा संघ गिरिडीह शाखा के सदस्यों ने पुतला फूंका। साथ ही केंद्र सरकार एवं राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को मांगपत्र सौंपकर सिन्हा के पद्मश्री एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार को वापस लेते हुए समुचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई। लोग झंडा मैदान से टावर चौक पहुंचे जहां पर पुतला दहन किया गया।
जिला अध्यक्ष पूरन महतो ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध एवं शक्तिशाली भारतीय मौर्य वंश के महान सम्राट अशोक की तुलना नाटककार दया प्रकाश सिन्हा ने क्रूर शासक औरंगजेब से कर अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दिया है। सम्राट अशोक ने अखंड भारत पर एकछत्र राज किया था।
सम्राट अशोक विश्व के सभी महान शासकों में हमेशा शीर्ष स्थान पर रहे। यह केवल उन्हें ही प्राप्त था। भारतीय संविधान और सरकारी दस्तावेजों पर सम्राट अशोक का निर्मित अशोक स्तंभ और धर्म चक्र आज भारत सरकार ने अंगीकार किया है। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ बयान निश्चित रूप से देशद्रोह की श्रेणी में आता है।
जिला उपाध्यक्ष दिगंबर प्रसाद दिवाकर ने कहा कि इस ध्वज के बीचों-बीच सम्राट अशोक का स्तंभ चक्र स्थापित है। महामंत्री ओमप्रकाश महतो ने कहा कि इतिहासकारों ने स्वर्णिम काल कह प्रियदर्शी के पुरस्कार से उन्हें नवाजा था। कार्यक्रम में इंद्रलाल वर्मा, राजकिशोर कुमार, रीतलाल प्रसाद वर्मा, नरेश वर्मा, दुर्योधन वर्मा, दिनेश वर्मा, सुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा, महेश अमन, राजेंद्र प्रसाद, बजरंगी महतो, कैलाश कुमार वर्मा, महेंद्र प्रसाद वर्मा, मधुसूदन महतो, भुवनेश्वर महतो, अशोक कुमार वर्मा सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।