भाई जी इलेक्शने के समय गाड़ी के लिए उठावे पड़ता है फजीहत
सात अप्रैल रविवार का दिन। दोपहर 1205 बजे का समय। तापमान 34 डिग्री सेल्सियस। स्थान शहीद सीताराम उपाध्याय पार्क के समीप संकट मोचन मंदिर चौक।
जागरण संवाददाता, गिरिडीह: रविवार का दिन। दोपहर 12:05 बजे का समय। तापमान 34 डिग्री सेल्सियस। स्थान शहीद सीताराम उपाध्याय पार्क के समीप संकट मोचन मंदिर चौक। इसी उमस भरी गर्मी में मतदाताओं का मिजाज जानने के लिए मैं प्रभात कुमार सिन्हा छायाकार मुजतबा अंसारी के साथ गिरिडीह बस पड़ाव की ओर से आ रही बस पर सवार हो गया। गिरिडीह से डुमरी-तोपचांची होते हुए कतरास को जाने वाली रईन बस की अधिकांश सीटों पर लंबी दूरी के यात्री पहले से ही बैठे थे। इधर-उधर झांकने पर एक सीट खाली मिली, लेकिन जब उस सीट पर बैठने गया तो पहले से बैठे एक यात्री ने दूसरे के लिए सीट रखे रहने की बात कही तो वहीं बगल में खड़ा हो गया।
थोड़ी दूर झटके खाते हुए जाने के बाद बगल सीट पर बैठे यात्री ने खाली सीट पर बैठने का इशारा किया तो वहीं बैठ गया। गर्मी से लोग बेहाल थे, लेकिन खिड़की से आ रही सरसराती हवा राहत दे रही थी। बस में नहीं लग रहा था कि लोगों को चुनावी हलचल ने रत्तीभर भी छुआ है। मंझलाडीह निवासी मनोज सिंह अपनी बेटी के घर कतरास जा रहे थे। कांग्रेस के घोषणा पत्र के बारे में पूछा तो वे भड़क उठे। कहा कि सब खाली बातें हैं। 72 हजार रुपये सालाना देना संभव नहीं है। वैसे देश की सुरक्षा प्रमुख है, जिसे मोदी जी ने बखूबी तय किया है। हालांकि नोटबंदी के फैसले ने गरीबों को थोड़ा परेशान किया। निमियाघाट निवासी सोनाचंद ने बताया कि वह अपने घर पर रह कर खेतीबारी करते हैं। उन्होंने कहा कि पहले आए दिन बंदी को लेकर कहीं आने-जाने में काफी दिक्कत होती थी, लेकिन सरकार व प्रशासन की सख्ती से अब इससे निजात मिली है, लेकिन भाई जी ई इलेक्शनवा आवे से गाड़ी के दिक्कत होवे लगता है। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले सब बड़ी-बड़ी बात करते हैं, लेकिन चुनाव बाद सब हवा हो जाता है। मोदी जी भी वादा किए थे, लेकिन कुछ नहीं मिला। उनकी बगल में बैठे रंगामाटी के बहादुर साव बीच में बोल पड़े कि केंद्र सरकार ने आमजनों के हित में काफी काम किए हैं। शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य, पानी के क्षेत्र में बेहतर किया। गैस व आवास मिला है। कांग्रेस भी 60 साल से घोषणाएं कर रही थीं, लेकिन काम नहीं किया। सपन भगत भी बात करने को काफी उत्सुक दिखे। उन्होंने कहा कि मोदी जी बहुत अच्छा कर रहे हैं। पिछले पांच वर्षो में उन्होंने जो किया, वह कांग्रेस पार्टी 60 सालों में भी नहीं कर सकी। इस बार भी वह घोषणाएं तो कर रही है, लेकिन काम कुछ नहीं करेगी।
बस से गिरिडीह से कुलगो जा रहे रफीक अंसारी का कहना था कि उनकी जिंदगी में कुछ नहीं बदला। जैसे पहले चल रहा था, वैसा ही अब भी चल रहा है। सरकारें आती-जाती रहेंगी और वादें भी होते रहेंगे। आगे की सीट पर बैठी आसमां उनकी बातें सुन कर मुस्करा पडीं। वह कलश यात्रा में शामिल होकर गिरिडीह से अपने घर चिरकी लौट रही थीं। कहा कि मोदी जी ने महिलाओं को सम्मान दिया है। ऐसे ही विचार कतरास की रेणु के भी थे।
पालगंज मोड़ पर बस में सवार युवा निराश दिखे। उनका कहना था कि न कांग्रेस, न भाजपा। सब जनता को मोहरा बनाकर अपना काम कर रही है। उनका मानना था कि मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री की व्यवस्था खत्म कर यहां भी सीधे अमेरिका की तरह राष्ट्रपति के हाथों में शासन की बागडोर होनी चाहिए। कतरास में बीसीसीएल में कार्यरत अनीस मियां रेंबा से कतरास जा रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने पांच सालों में बेहतर काम किया है। देश की सुरक्षा को लेकर हमेशा निर्णायक कदम उठाए। उनका मानना था कि कांग्रेस पार्टी झूठ के सहारे वापस सत्ता पर काबिज होने की जुगाड़ में है।
दोपहर 2:36 बजे बस कतरास पहुंची, जहां यात्रा तो समाप्त हो गई, लेकिन उम्मीदें खुले आसमान की तरह आने वाले दिनों में और भी बढ़ती ही जाएंगी।