अवैध माइका खदान की चाल धंसी, तीन घायल
गावां थाना अंतर्गत नीमाडीह पंचायत क्षेत्र में वन भूमि पर संचालित अवैध माइका खदान में चाल धंसने क
गावां : थाना अंतर्गत नीमाडीह पंचायत क्षेत्र में वन भूमि पर संचालित अवैध माइका खदान में चाल धंसने की सूचना मिल रही है। मजदूर अभी खदान के अंदर घुस ही रहे थे कि अचानक चाल भरभरा कर धंस गई, जिससे कुछ मजदूर घायल हो गए। 21 अगस्त को तिसरी थाना क्षेत्र के लेवा बनबरिया जंगल में खदान धंसने से संतोष तुरी नामक एक मजदूर की मौत हो गई थी। इस घटना को एक सप्ताह भी नहीं हुआ और पुन: माइका खदान धंसने की खबर मिल रही है। लगातार माइका खदान धंसने की सूचना वन विभाग, पुलिस कर्मियों व खनन विभाग की ओर से अवैध माइका खनन के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को खानापूर्ति साबित करने के लिए काफी है। शुक्रवार दोपहर नीमडीह क्षेत्र में हुई इस घटना में हालांकि अब तक घायल मजदूरों के नाम का पता नहीं चल पाया है, लेकिन वन विभाग की ओर से भी मामले की सूचना मिलने पर जांच पड़ताल की जा रही है। अमूमन देखने को यह मिलता है कि अवैध खदानों में जब कोई हादसा होता है तो मजदूरों की मौत व घायलों के आंकड़े को छिपाने व परिजनों से समझौता करने के लिए माइका खदान चलानेवाले माफिया समेत माइका व्यवसायी गोलबंद होकर उसे रफा दफा करने में लग जाते हैं।
शुक्रवार की घटना के संबंध में बताया जाता है कि वनभूमि पर संचालित इस अवैध खदान में कुछ मजदूर ढिबरा निकालने गए हुए थे। ढिबरा निकालने के दौरान अचानक मिट्टी खिसक गई। इस घटना में दो-तीन मजदूर आंशिक रूप से घायल हो गए। घटना के बाद सभी मजदूर खदान से वापस निकल आए। इसकी जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
गावां वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि नीमाडीह की अवैध खदान में मिट्टी खिसकने से मजदूरों के घायल होने की सूचना पर वनरक्षी को वहां भेजा गया था। वहां स्थानीय लोगों से बात कर पता चला कि एक खदान में कुछ मजदूर ढिबरा चुनने गए थे। तभी वहां थोड़ी मिट्टी खिसक गई। इसमें एक मजदूर आंशिक रूप से घायल हुआ है। रेंजर ने बताया कि वनरक्षियों को वन भूमि पर अवैध ढंग से संचालित अवैध खदानों के बारे में जानकारी इकट्ठा व खदान संचालकों को चिह्नित करने को कहा है। जल्द ही वन भूमि पर हो रही अवैध माइका माइनिग के खिलाफ वन विभाग बड़ी कार्रवाई करेगा।