किसी ने चखा चाट का स्वाद तो किसी ने लिया अखबार का आनंद
चुनाव आयोग का दिया गया नारा पहले मतदान फिर जलपान उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में सार्थक होते दिखा। जब मतदान के बाद कोई चाट व गुपचुप खाने में तो कोई अखबार का आनंद लेने में लगे थे। विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने मतदान केन्द्र मतदाता बड़े ही उत्साह से पहुंचे। बूथों पर लंबी लाइन के कारण अपनी बारी का इंतजार किया। बारी आते ही पर्ची दिखाकर
प्रभात कुमार सिन्हा, गिरिडीह: चुनाव आयोग का दिया गया नारा पहले मतदान फिर जलपान उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में सार्थक होता दिखा जब मतदान के बाद कोई चाट व गुपचुप खाने में तो कोई अखबार का आनंद लेने में लगे थे।
विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने मतदान केन्द्र पर मतदाता बड़े ही उत्साह से पहुंचे। बूथों पर लंबी लाइन के कारण अपनी बारी का इंतजार किया। बारी आते ही पर्ची दिखाकर वोट डाला और इत्मीनान हो गए। ऐसा ही नजारा कई बूथों के आसपास सोमवार को देखने को मिला। कहीं मतदान के बाद महिला मतदाता चाट व गुपचुप का स्वाद चखने में जुटी थी तो कहीं बुजुर्ग व युवा होटलों में बैठ चाय की चुस्की लेते हुए अखबार का आनंद ले रहे थे। जी हां यह हाल था उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र पीरटांड़ के खुखरा थाना के समीप एक होटल का। यहां मतदान करने के बाद कुछ बुजुर्ग तो कुछ युवा मतदान करने के बाद आराम से कुर्सी व खटिया पर बैठे थे और कोई चाय की चुस्की लेने में मशगुल था तो कोई चाय के साथ दैनिक जागरण अखबार के पन्नों पर छपी खबरों पर नजर जमाए आनंद लेने में जुटे थे। इस चाय की दुकान पर बंकू मंडल, बासुदेव पंडित, राजू तुरी, शशिकांत पाठक समेत अन्य चाय के सहारे ठंड को भगाते हुए मतदान के बाद चुनावी चर्चा भी कर रहे थे। इससे कुछ दूर आगे हरलाडीह स्थित मध्य विद्यालय मतदान केन्द्र संख्या 326 पर पहुंचा। वहां मतदाताओं की लंबी लाइन लगी थी। थककर मतदाता वहीं बैठकर अपनी बारी आने का इंतजार करते हुए आराम फरमा रहे थे। बूथ से चंद कदम पहले पीपल पेड़ के नीचे गुपचुप व चाट का ठेला लगा था। मतदान करने के बाद आधी आबादी की एक टीम वहां पहुंची और चाटवाले से चाट व गुपचुप खिलाने को बोली। बातचीत के क्रम में सूरजी देवी ने कहा कि मतदान कर दिए अब जलपान कर लेते हैं। इतना कहकर वह हंसने भी लगी। उसके साथ अन्य महिलाएं भी हंस रही थी। फिर सब चाट व गुपचुप खाने में जुट गई। महिलाओं ने कहा कि मतदान करने का अधिकार मिला है तो बूथ पर आकर मताधिकार का प्रयोग कर अपना फर्ज निभाने का काम किया।