गैस टैंकर विस्फोट में झुलसे गफूर ने तोड़ा दम, हसीना की हालत गंभीर
बिरनी: (गिरिडीह) : रामगढ़ घाटी के पास गत सोमवार की रात गैस टैंकर में हुए विस्फोट से
बिरनी: (गिरिडीह) : रामगढ़ घाटी के पास गत सोमवार की रात गैस टैंकर में हुए विस्फोट से बुरी तरह झुलसे गफूर आलम की मौत शुक्रवार अहले सुबह रांची रिम्स अस्पताल में हो गई।
बता दें कि बिरनी प्रखंड अंतर्गत कारूपहाड़ निवासी मनसुद्दीन मियां की मौत इलाज के दौरान रांची में हो गया था। उनका शव लेकर एंबुलेंस से परिजन वापस घर आर रहे थे। इस क्रम में रामगढ़ घाटी के पास एक गैस टैंकर में विस्फोट हो गया था। इसकी चपेट में आने से एंबुलेंस के साथ शव जल गया था, जबकि मनसुद्दीन की पत्नी हसीना बीबी, जीजा गफूर आलम, पुत्र इस्माल व दामाद मिस्टर झुलस गए, जिनमें हसीना और गफूर की स्थिति गंभीर थी। इलाज के लिए दोनों को रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां गफूर की मौत हो गई, वहीं हसीना बीबी की स्थिति गंभीर बनी हुई है। वह भी जिंदगी और मौत से जूझ रही है। गफूर गांडेय थाना क्षेत्र कच्छैल के रहने वाले थे। इधर, बगोदर के पूर्व विधायक विनोद ¨सह रिम्स पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मिलकर जानकारी ली।
दोनों गांवों में मचा कोहराम :
गफूर की मौत की सूचना मिलते ही उनकी पत्नी कुलसम खातून सहित सभी परिजन दहाड़ मार रोने लगे। रोने की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण उनके घर पहुंचे। इस घटना से कारूपहाड़ के साथ कच्छैल में भी कोहराम मच गया।
दयनीय है घर की स्थिति :
गफूर के घर की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है। वह राजमिस्त्री था। मजदूरी कर पूरे परिवार का भरण-पोषण करता था। उसकी पत्नी रो-रोकर बेहोश हो रही थी। बच्चे रो-रोकर कह रहे थो कि अब कौन सहारा बनेगा। कौन खिलाएगा।
भाई की मौत की सूचना पर मायके पहुंची थी कुलसम :
भाई की मौत और पति, भाभी, भतीजा व दामाद के घायल होने की सूचना पर कुलसम कच्छैल से मंगलवार अहले सुबह मायके कारूपहाड़ पहुंची थी। भाई की मौत पर बहन के आंसू भी नहीं सूखे थे कि पति गफूर की भी मौत हो गई। रिश्तेदार राजू अंसारी, इस्लाम अंसारी, मनवर अंसारी आदि ने बताया कि फूफा का शव उनके घर कच्छैल ले जाया जाएगा। वहीं पर मिट्टी दी जाएगी।