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आयुष चिकित्सक के भरोसे गावां के कोविड अस्पताल के मरीज

गावां गिरिडीह सुनकर अटपटा जरूर लग रहा होगा आपको कि कोरोना पॉजिटिव कर्मी भला को

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 May 2021 07:56 PM (IST)Updated: Thu, 13 May 2021 07:56 PM (IST)
आयुष चिकित्सक के भरोसे गावां के कोविड अस्पताल के मरीज
आयुष चिकित्सक के भरोसे गावां के कोविड अस्पताल के मरीज

गावां, गिरिडीह : सुनकर अटपटा जरूर लग रहा होगा आपको कि कोरोना पॉजिटिव कर्मी भला कोरोना मरीजों की देखभाल कैसे कर सकता है परंतु यही सच है। गावां के कोविड अस्पताल में मरीजों की देखभाल का जिम्मा जिसे सौंपा गया है उनमें से आधे से अधिक कर्मी कोविड अस्पताल में ड्यूटी से गायब रहकर ओपीडी एवं अन्य मरीजों की देखरेख में लगे थे। एक ऐसा स्वास्थ्यकर्मी कोरोना मरीजों की देखभाल कर रहा है जिसकी रिपोर्ट कल ही पॉजिटिव आई है। इसके बावजूद उक्त कर्मी कोविड अस्पताल में ड्यूटी कर रहा है। गावां अस्पताल परिसर में बनाए गए कोविड अस्पताल में 12 मई से 18 मई तक एक सप्ताह के लिए जिन कर्मियों एवं चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है उनमें आयुष चिकित्सक डॉ. हबीबुल्लाह खान, लैब टेक्नीशियन रंजन कुमार, फॉर्मेसिटिक्स प्रवीण कुमार कुशवाहा, एमपीडब्ल्यू देवीलाल सोरेन, एएनएम रिकू कुमारी, एमएसडब्ल्यू प्रियंका कुमारी, सफाई कर्मी अनिता देवी एवं बबलू कुमार शामिल हैं, परंतु ड्यूटी में केवल आयुष चिकित्सक, एमपीडब्ल्यू एवं एएनएम ही मौजूद थीं। इनमें से देवीलाल सोरेन की रिपोर्ट कल ही कोविड पॉजिटिव आई है बावजूद वह ड्यूटी कर रहा है।

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यहां है पांच ऑक्सीजन सिलेंडर व एक रेगुलेटर : गावां कोविड अस्पताल में फिलहाल दो महिला मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर इलाजरत हैं। कहने को तो अस्पताल में पांच ऑक्सीजन सिलेंडर हैं, परंतु रेगुलेटर सिर्फ एक ही है। वो तो अच्छा है कि फिलहाल दो ही मरीज यहां भर्ती हैं जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है। तीन ऑक्सीजन मशीन उपलब्ध है वरना मरीजों की संख्या अगर बढ़ती है तो ऑक्सीजन सिलेंडर के रेगुलेटर के लिए हाय-तौबा मचना तय है। कोरोना से जंग जीतकर लौटे डॉ. हबीबुल्लाह खान ने बताया कि ईद पर्व होने के बावजूद वे मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। परंतु विडंबना यह है कि वे कोविड अस्पताल के अलावे ओपीडी, इमरजेंसी एवं रात्रि ड्यूटी में भी नियुक्त हैं। जबकि कोविड अस्पताल में ड्यूटी करनेवाले को ओपीडी एवं इमरजेंसी सेवा नहीं करनी चाहिए ताकि संक्रमण का खतरा नहीं हो, परंतु एक ही स्वास्थ्यकर्मी व चिकित्सक दोनों जगह ड्यूटी कर रहे हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।

अस्पताल परिसर में ही बना दिया कोविड अस्पताल : सरकार की जारी गाइडलाइन के अनुसार कोविड अस्पताल अन्यत्र बनाए जाने का निर्देश है। इसके लिए माल्डा में नवनिर्मित अस्पताल भवन को चिह्नित भी किया गया था। साथ ही डीडीसी ने पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी उक्त भवन को ही कोविड अस्पताल बनाने का निर्देश दिया था परंतु गावां अस्पताल प्रबंधन ने गावां अस्पताल की बिल्डिग में ही कोविड अस्पताल का निर्माण करवा दिया है। इससे कर्मियों में भी कोविड के संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। यही कारण है कि अब तक स्वास्थ्य विभाग के 18 कर्मियों में कोरोना संक्रमित पाया गया है। कोविड अस्पताल में इलाजरत मरीजों के लिए अस्पताल की ओर से भोजन की भी व्यवस्था नहीं की जा रही है, जबकि कोरोना मरीजों को अस्पताल प्रबंधन की ओर से भोजन दिए जाने का प्रावधान है। कोविड अस्पताल के लिए पीने के पानी के लिए लगाई गई फिल्टर मशीन डिलीवरी वार्ड के पास लगा दी गई है। वहां से कोविड मरीजों के परिजन बोतल से पानी ले जाकर मरीजों को पिलाते हैं, इससे भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।


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