उम्मीद 2021 : जल संरक्षण में सहायक होगा मनरेगा
गिरिडीह जल संकट गिरिडीह जिला की अहम समस्या है। शहर से लेकर गांव-गांव में लोगों को
गिरिडीह : जल संकट गिरिडीह जिला की अहम समस्या है। शहर से लेकर गांव-गांव में लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ता है। गर्मी के मौसम में यह समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है। लोगों को दूर-दूर तक पानी के लिए भटकना पड़ता है। इसका कारण है भू-जलस्तर का लगातार नीचे जाना। इस संकट से निजात के लिए वर्षा जल का संरक्षण आवश्यक है। सरकार, प्रशासन और स्वयंसेवी संस्थाएं इस दिशा में लगातार प्रयासरत भी हैं। मनरेगा का इसमें अहम योगदान देखा जा रहा है। मनरेगा के तहत गांव-गांव में डोभा, तालाब, टीसीबी आदि का निर्माण कराकर जल संरक्षण की दिशा में पहल की जा रही है। इस वर्ष भी यह पहल जारी रहेगी। पूरे जिला में मार्च महीना तक आठ हजार से अधिक डोभा और तालाबों का निर्माण पूर्ण होगा। ये डोभा और तालाब न केवल बारिश के पानी को सहेजने में कारगर साबित होंगे, बल्कि इससे पेयजल और सिचाई की समस्या का समाधान भी होगा।
आठ हजार से अधिक योजनाओं को मिली है स्वीकृति : मनरेगा के तहत इस वित्तीय वर्ष में 8826 डोभा और तालाब के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। अब तक 2475 डोभा-तालाब का निर्माण पूर्ण हो चुका है, जबकि 6351 योजनाओं का काम तीव्र गति से चल रहा है। इन सभी का निर्माण मार्च महीना तक पूर्ण करना है।
पांच हजार टीसीबी का निर्माण पूर्ण : जिला जल संरक्षण के लिए टीसीबी (ट्रेंच कम बंड) का भी निर्माण कराया जा रहा है। जिला के विभिन्न प्रखंडों में इस वित्तीय वर्ष में अब तक 5350 टीसीबी का निर्माण कराया जा चुका है। साथ ही, सैकड़ों टीसीबी का निर्माण अभी जारी है।
स्वयंसेवी संस्थाएं भी कर रहीं पहल : जिले की कई स्वयंसेवी संस्थाएं और संगठन भी जल संरक्षण के लिए अपने-अपने स्तर से पहल कर रहे हैं। संस्थाओं की ओर से जागरूकता अभियान, नदियों व जलाशयों की साफ-सफाई व जीर्णोद्धार जैसे कार्य किए जा रहे हैं। सभी के प्रयास से जल संरक्षण की दिशा में इस वर्ष बेहतर काम होगा और इसका लाभ यहां की जनता को मिलेगा, ऐसी उम्मीद है।
- जल संरक्षण के लिए पूरे जिला में मनरेगा के तहत डोभा, तालाब, टीसीबी आदि का निर्माण कराया जा रहा है। सभी योजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। मार्च तक सभी स्वीकृत योजनाओं को पूर्ण कर लिया जाएगा।
शशि भूषण मेहरा, उप विकास आयुक्त, गिरिडीह
------
ग्राफिक्स के लिए :
प्रखंडवार स्वीकृत डोभा व तालाब की संख्या व स्थिति :
प्रखंड स्वीकृत योजनाएं पूर्ण हो चुकी योजनाएं पूर्ण हुई योजनाओं का प्रतिशत
सरिया 342 185 46
जमुआ 1324 589 44
पीरटांड़ 640 226 35
बिरनी 803 241 30
धनवार 471 135 29
देवरी 711 185 26
बगोदर 240 109 26
गिरिडीह 432 107 25
गांडेय 1909 455 24
बेंगाबाद 323 68 21
गावां 204 42 21
डुमरी 541 94 17
तिसरी 706 67 9
-----------------------
कुल 8826 2475 28