Move to Jagran APP

कुर्की के बाद भी रंजीत की हत्या का मुख्य आरोपित जावेद नहीं पकड़ाया

गिरिडीह कमेटी की राशि को लेकर महेशलुंडी निवासी 24 वर्षीय रंजीत कुमार साव की हत्या

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 08:39 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 08:39 PM (IST)
कुर्की के बाद भी रंजीत की हत्या का मुख्य आरोपित जावेद नहीं पकड़ाया
कुर्की के बाद भी रंजीत की हत्या का मुख्य आरोपित जावेद नहीं पकड़ाया

गिरिडीह : कमेटी की राशि को लेकर महेशलुंडी निवासी 24 वर्षीय रंजीत कुमार साव की हत्या हुए चार माह का समय बीतने में अब महज चंद दिन शेष हैं। इसके बावजूद हत्या की घटना को अंजाम देनेवाला मुख्य हत्यारोपित धोबीडीह निवासी जावेद अंसारी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी से लेकर आत्मसमर्पण कराने को इश्तेहार चिपकाने व कुर्की जब्ती की प्रक्रिया भी पूरी कर चुकी है, लेकिन अब तक जावेद की गिरफ्तारी की बात तो दूर उसके छिपे रहने के ठिकाने का सुराग नहीं ढूंढ़ सकी है। पुलिस की टीम हत्यारोपित को दबोचने में मानो फिलहाल असफल साबित हो चुकी है नतीजा अब छापेमारी अभियान भी सुस्त पड़ गया है। भले ही हत्यारोपित जावेद के खिलाफ गिरफ्तारी का दबाव बनाने को लेकर पुलिस ने कई आवश्यक प्रक्रिया भी पूरी कर ली, लेकिन उसकी गिरफ्तारी को लेकर किए जा रहे सारे प्रयास व छापेमारी नाकाम साबित हो गए हैं। मुख्य हत्यारोपित घटना के दूसरे दिन से ही फरार है। घटना के बाद से लगातार छापेमारी के बाद भी पुलिस सफलता हासिल करने के बजाए खाली हाथ ही रह गई।

loksabha election banner

- क्या है रंजीत हत्या का मामला : साइबर कैफे में काम करनेवाले रंजीत को 17 दिसंबर की शाम को मुर्गा पार्टी करने के बहाने बुलाकर जावेद अपने एक अन्य साथी धोबीडीह निवासी मोकिम अंसारी के साथ ले गया था। गुजियाडीह स्थित अंग्रेज जमाने के एक खंडहरनुमा बंगले में करीब नौ बजे मुर्गा पार्टी करने के बाद मोबाइल देख रहे रंजीत के सिर पर पत्थर से वार कर जावेद ने हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद शव को खंडहरनुमा बंगले के नीचे झाड़ी के पास फेंककर वह फरार हो गया था। हत्या में शामिल मोकिम को घटना के दो दिन बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। मोकिम ने ही रंजीत की हत्या का सारा राज पुलिस के समक्ष उगला था।

- आकोशितों ने किया था थाने का घेराव : हत्यारोपित की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित गांववासियों व स्वजनों ने चार जनवरी को थाने का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन करते हुए हत्यारोपित की गिरफ्तारी करने व फांसी की सजा दिलाने की मांग करते हुए धरना भी दिया था।

- 27 फरवरी को की गई थी कुर्की : हत्यारोपित की गिरफ्तारी नहीं होने के बाद पुलिस की टीम ने 27 फरवरी 2021 को जावेद के घर की कुर्की जब्ती की थी। इससे पहले 19 जनवरी को ढोल नगाड़े के साथ हत्यारोपित के घर पहुंचकर उसके फरार रहने, न्यायालय में आत्मसमर्पण कराने व कुर्की जब्ती करने का इश्तेहार चिपकाया था। 10 जनवरी को मुफस्सिल थाने की पुलिस ने घटनास्थल से मिले साक्ष्य बाल लगे पत्थर, बाल, रक्त, केनवियर का खाली डब्बा, जले हुए सिगरेट के टुकड़े व मृतक रंजीत के मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए रांची भी भेजा है।

- वर्जन : हत्यारोपित जावेद की गिरफ्तारी को लेकर घटना के बाद से लगातार छापेमारी की गई। छापेमारी के बाद भी वह पुलिस गिरफ्त में नहीं आ सका। इसके बाद न्यायालय से आदेश लेकर उसके घर की कुर्की जब्ती भी की गई। उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अब भी छापेमारी करने में जुटी है। अनिल कुमार सिंह, सदर एसडीपीओ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.