हाथियों ने चार गांवों में मचाया उत्पात
बिरनी में पिछले एक सप्ताह से जंगली हांथीयों जे झुंडों का आना जाना लगा है। बीते शनिवार की रात्रि को प्रखंड के चार गांव बेहराबाद गुड्डीटांड पन्दनाखुर्द पन्दनाकला में पुन हांथीयों की झुंड पहुंचकर जमकर तबाही मचाया। दर्जनाधिक किसानों का सैकड़ो एकड़ में लगा जेठूवा व गेहूं फसल का नष्ट कर दिया। देर शनिवार शा
बिरनी (गिरिडीह) : हाथियों के झुंड ने शनिवार रात बिरनी प्रखंड के कई गांवों में जमकर उत्पात मचाया। फसलें नष्ट कर दीं जिससे किसानों को काफी क्षति हुई है। हाथियों ने बेहराबाद, गुड्डीटांड़, पन्दनाखुर्द, पन्दनाकला में उत्पात मचाया।
दर्जनों किसानों की सैकड़ों एकड़ जमीन में लगी जेठूवा व गेहूं फसल को नष्ट कर दिया। झुंड रात लगभग नौ बजे सरिया जंगल से निकल कर सबसे पहले पंदनाखुर्द गांव में प्रवेश किया। वहां महेंद्र विश्वकर्मा की गेहूं फसल को नष्ट करते हुए बेहराबद व गुड्डीटांड़ पहुंचा, जहां रुकसार खातून, शहनाज खातून, मुस्तकीम अंसारी, अख्तर अंसारी, कमरुद्दीन अंसारी, महमूद अंसारी, यूनुस अंसारी, गुलाम आसिन, सफायर अंसारी, अब्दुल कुदूस, हासिम अंसारी, अख्तर हुसैन तथा पन्दनाकला में केदार यादव की फसलों को नष्ट किया। पीड़ित किसानों ने बताया कि जंगली हाथियों का झुंड ने काफी तबाही मचाई है। ग्रामीण यदि सावधान नहीं रहते तो हाथी घरों को भी ध्वस्त कर देते।
ग्रामीण हाथियों के झुंड को गांव में प्रवेश करते देख घर से बाहर निकल गए और बड़ा-बड़ा अलाव जलाकर टीम बजाने लगे, जिससे घरों का नुकसान होने से बच गया। हाथियों को निकालने के लिए रात भर लोग जगे रहे। रविवार अहले सुबह पंदनाखुर्द होते हुए झुंड बराकर नदी पार कर सरिया जंगल में प्रवेश कर गया। बताया कि हाथी दिन को सरिया जंगल में रहता है और शाम ढलते बिरनी प्रवेश कर जाता है। घटना की सूचना वन विभाग को रात में ही दे दी गई। वन उप परिसर पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद व बीरेंद्र प्रसाद रात को पहुंचकर ग्रामीणों के साथ हाथियों को निकालने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि हाथियों ने लगभग डेढ़ दर्जन किसानों की फसल को नष्ट कर दिया है। सभी से आवेदन मांगा गया है। विभाग की तरफ से पीड़ितों को क्षति का मुआवजा मिलेगा।