मुफ्त कोरोना वैक्सीन के फोन कॉल या मैसेज को नजरअंदाज करें
जागरण संवाददाता गिरिडीह कोरोना संक्रमण का काल चल रहा है और सरकार की ओर से वै
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : कोरोना संक्रमण का काल चल रहा है और सरकार की ओर से वैक्सीनेशन को ले तैयारी भी शुरू कर दी है, लेकिन इसके बीच साइबर ठग का गिरोह भी सक्रिय हो गया है, जो लिक, मैसेज या कॉल कर मुफ्त कोरोना वक्ैसीनेशन का झांसा देकर ठगी कर सकता है। ऐसे में साइबर ठगों के बुने जाल में फंसने से बचने को सतर्क रहने की जरूरत है। ताकि मेहनत की कमाई को ठगी होने से बचाया जा सके। उक्त बातें साइबर थाना प्रभारी सुरेश मंडल ने कही।
बताया कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया जाना है। इसके लिए लोगों का डेटा तैयार किया जा रहा है ताकि सभी को प्राथमिकता के तहत क्रमवार वैक्सीनेशन कर सुरक्षित रखा जा सके, लेकिन इन सब के बीच साइबर ठगी करने वाला गिरोह भी सक्रिय हो गया है। साइबर ठग मुफ्त वैक्सीनेशन के नाम पर लोगों को अपने झांसे में ले सकते हैं और आधार कार्ड का नंबर किसी भी माध्यम से लेकर ठगी का शिकार बना सकते हैं। साइबर ठग आधार के बाद मोबाइल फोन पर आए ओटीपी की मांग कर आपके खाते से राशि टपा सकते हैं। ऐसे में किसी भी सूरत में कोई भी निजी जानकारी किसी को न दें। साइबर ठगी से बचने को सतर्कता और जागरूकता ही बेहतर माध्यम है।
- मुफ्त लैपटॉप व टैब के नाम भी कर सकते हैं ठगी : साइबर ठग झारखंड सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर को भी भंजा सकते हैं। युवाओं व युवतियों को सरकार के एक साल पूरा होने पर मुफ्त लैपटॉप व टैबलेट देने का भी लालच दिया जा सकता है। इसे लेकर लिक व मैसेज या कॉल भी आ सकता है और आधार नंबर, पैन नंबर, एटीएम सीवीवी नंबर भी मांगे जा सकते हैं। ऐसे में अभिभावकों व युवक-युवतियों को सचेत रहने की ज्यादा ही आवश्यकता है। थोड़ी सी भी लालच में आने पर साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं।
- देवघर में आया है एक मामला : कोरोना वैक्सीनेशन के नाम पर फर्जी कॉल का एक मामला फिलहाल सामने आया है। यह मामला पड़ोसी जिला देवघर में आया है जहां साइबर ठगों ने मुफ्त कोरोना वैक्सीनेशन के नाम पर ठगी करने का प्रयास किया है।