मांगें पूरी नहीं होने पर 20 सितंबर से होगा रेल चक्का जाम
मांगे पूरी नहीं होने पर बीस सितंबर से रेल चक्का जाम करेगा कुवियुमो
मांगें पूरी नहीं होने पर 20 सितंबर से होगा रेल चक्का जाम
संवाद सहयोगी, गिरिडीह : जिला मुख्यालय स्थित झंडा मैदान में शुक्रवार को टोटेमिक कुरमी, कुड़मी (महतो) समाज गिरिडीह की ओर से धरना दिया गया। इसकी अध्यक्षता कुविमो के जिलाध्यक्ष निरंजन महतो व संचालन युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रवीण महतो ने किया। धरना के बाद उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया। कुरमी विकास युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष थानेश्वर महतो ने कहा कि टोटेमिक कुरमी -कुड़मी (महतो) जनजाति देश की आजादी से पहले आदिम जनजाति में सूचीबद्ध था। वर्ष 1950 में अनुसूचित जनजाति की जब सूची तैयार हुई तब कुरमी/कुड़मी (महतो) जनजाति को छोड़कर सभी आदिम जनजातियों को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध किया गया।
कहा कि भारत सरकार की ओर से प्रेषित पत्र का उल्लेख नहीं होने के कारण तत्कालीन सांसद हृदयनाथ कुजूर के संसद में पूछे गए प्रश्न के जवाब में देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसे सरकारी भूल बताया था व इस भूल को सुधारने की बात कही थी। तब से अब तक 72 वर्षों से लगातार यह जनजाति अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध के लिए संघर्षरत है। कहा कि इस मुहिम के अंतर्गत पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन के माध्यम से मांग पत्र सौंपा जा रहा है। यदि राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार यथा शीघ्र टोटेमिक कुरमी-कुड़मी (महतो ) जनजाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में सूचीबद्ध करने की पहल नही करती है तो आगामी बीस सितंबर से पूरे झारखंड में अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम किया जाएगा। धरना कुवियुमो के केंद्रीय सचिव रामचंद्र महतो, केंद्रीय उपाध्यक्ष महावीर महतो, नारायण महतो, रामेश्वर चौधरी, बलदेव महतो, डीलचंद महतो, कुंजबिहारी महतो, चुरामणी महतो, बासुदेव महतो, काशीनाथ महतो, तुलसी महतो, शुभलाल महतो, नीलकंठ महतो, बैजनाथ महतो, राजकिशोर महतो, नीतिश महतो, किशोर महतो, सुखदेव महतो, भुनेश्वर महतो, महेश महतो, टहल महतो, ताराचंद महतो, उमेश महतो समेत कई लोग उपस्थित थे।