प्रशासन से कोरोना को बढावा देनेवाली दुकानों को सील करने की मांग
डुमरी (गिरिडीह) कोरोना संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार की ओर
डुमरी (गिरिडीह) : कोरोना संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की मियाद 13 मई की सुबह छह बजे तक है। इससे क्षेत्र के छोटे व मझोले व्यवसायियों के समक्ष आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है और वे लुंगी डांस करने को मजबूर हैं अर्थात परिवार की परवरिश के लिए अपनी दुकानें खोलने व बंद करने को मजबूर हैं। यूं कहें तो जो दुकान बंद करनी है उनके संचालक अपनी दुकानें पुलिस को देख बंद कर लेते हैं और जब पुलिस चली जाती है तो उसे पुन: खोल देते हैं। इसके पीछे उनलोगों का तर्क रहता है कि क्या करें कोरोना के कारण विषम आर्थिक स्थिति उत्पन्न हो गई है। वहीं परिवार के समक्ष भी भोजन का जुगाड़ कर पाना मुश्किल हो गया है। मकान व दुकान का किराया देना है सो अलग। ऐसे दुकानदारों का दर्द है कि जिनके संबंध यदि पुलिस से मधुर हैं वे अपनी दुकानें संचालित करते हैं जबकि जिनके पास पैरवी व पहुंच नहीं है उसे कानून के डंडे का शिकार होना पड़ता है। इधर प्रखंड के इसरी बाजार में इन दिनों कुछ नामचीन कपड़ा विक्रेता चोरी-छिपे धड़ल्ले से कपड़े का व्यापार कर रहे हैं जो इस महामारी में एक घातक रूप ले सकता है। बस स्टैंड के आसपास के दो कपड़ा व्यवसायी और एक मिठाई की दुकान अरगाघाट रोड के समीप स्थित है। वे आराम से अपने व्यवसाय को अंजाम दे रहे हैं। क्षेत्र के स्टेशन रोड व आसपास बिजली उपकरण की दुकानें संचालित हो रही हैं, लेकिन डुमरी में जब बिजली उपकरण बेचने वाली दुकान खोली जाती हैं तो उसे पुलिस का कोपभाजन बनना पड़ता है। सूत्रों का कहना है कि इसरी बाजार व आसपास की वैसी दुकान जिसे खोलने की मनाही है वैसे दुकानदार दुकान के बाहर अपने स्टाफ को बैठाकर रखते हैं। जैसे ही ग्राहक उनके पास आते हैं वे साइड में बाइक को दुकान से लगभग 50 मीटर की दूरी पर खड़ा कर सामग्री लेने के लिए अंदर जाते हैं और थैला भर भरकर वापस वहां से निकलते हैं। इसरी बाजार के प्रबुद्ध लोगों ने इस पर अंकुश लगाने को प्रशासन से पहल करने की मांग की है।