गहरे जख्मों पर लगेगा मुआवजे का मरहम
गिरिडीह जिले में हुए गंभीर अपराध के पीड़ितों के बीच शीघ्र ही साढ़े पच्चीस लाख रुपए की
गिरिडीह : जिले में हुए गंभीर अपराध के पीड़ितों के बीच शीघ्र ही साढ़े पच्चीस लाख रुपए की राशि मुआवजे के रूप में वितरित की जाएगी। विक्टिम कंपनसेशन कमेटी ने 12 पीड़ितों के बीच यह मुआवजे की राशि देने की सिफारिश की है। सरकार से अलॉटमेंट आते ही इन पीड़ितों के बैंक खाते में यह राशि जमा कर दी जाएगी। इसके लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। जिले में पहली बार एक साथ बारह पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा। इन पीड़ितों में आठ दुष्कर्म पीड़ित शामिल हैं। विक्टिम कंपनसेशन कमेटी की अध्यक्ष सह प्रधान जिला जज वीणा मिश्र, उपाध्यक्ष सह डीसी राहुल कुमार सिन्हा, सदस्य सह एसपी अमित रेणु, डालसा के सचिव संदीप कुमार बर्तम, पीपी एवं सिविल सर्जन एस सान्याल ने बैठक कर मुआवजा देने पर सहमति जताई। पीड़ितों को सरकार से मिलनेवाले इस मुआवजे से उनके दर्द पर मरहम का काम करेगा।
-सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सरकार ने बढ़ाई मुआवजे की राशि : किसी व्यक्ति या किसी परिवार के साथ कोई अप्रिय आपराधिक घटना होती है तो उस परिवार की मनोदशा बिगड़ जाती है। वह व्यक्ति मानसिक और आर्थिक रूप से टूट जाता है। उस व्यक्ति अथवा परिवार को नैतिक समर्थन के साथ आर्थिक रूप से मजबूत करने की जरूरत होती है। इस दौरान उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सुप्रीम कोर्ट ने अध्ययन कर पाया कि पीड़ितों को उसके साथ हुई घटना को वापस बदला तो नहीं जा सकता पर आर्थिक मदद कर उनके जख्मों पर मरहम लगाया जा सकता है। इसे लेकर अगस्त 2019 से मुआवजे की राशि में बढ़ोतरी की गई है। पीड़ितों को मिलनेवाली इस मुआवजे की राशि से उसका जीवन अच्छे से कट सकेगा तो वहीं अपने घर के सदस्यों को खोनेवाले पीड़ित परिवार का दर्द बांट सकेंगे।
-पीड़ितों में कई ने अपनों को खोया था : सरकार जिन 12 लोगों को मुआवजे की राशि देगी उनमें कई ऐसे परिवार हैं जो अपनो को खोया है। हत्या के दो मामलों में मुआवजा उसके परिवार को दिया जाएगा। इनमें जिले की एक लोमहर्षक घटना भी शामिल है। वहीं आठ दुष्कर्म पीड़ितों में सात पॉक्सो एक्ट से भी संबंधित हैं।