करंट से मौत के बाद मिला व्यवस्था सुधारने का आश्वासन
संवाद सहयोगी, हीरोडीह (गिरिडीह): जमुआ प्रखंड क्षेत्र के करिहारी गांव निवासी 45 वर्षीय नर
संवाद सहयोगी, हीरोडीह (गिरिडीह): जमुआ प्रखंड क्षेत्र के करिहारी गांव निवासी 45 वर्षीय नरेश यादव की मौत गुरुवार को बिजली तार की चपेट में आने से हो गई। हादसे के बाद घटनास्थल से युवक को परिजन व ग्रामीण आनन-फानन में राजधनवार के अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर मिलते ही कोहराम मच गया। शव गांव पहुंचने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने जमुआ-कोडरमा मुख्य मार्ग पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया। ग्रामीण बिजली विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई करने, बिजली की लुंजपुंज व्यवस्था को दुरुस्त करने व मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। हीरोडीह थाना प्रभारी सुरेंद्र वर्मा ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण वरीय अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़े थे। काफी देर बाद जमुआ बीडीओ विनोद कर्मकार व बिजली विभाग के कर्मी रोहित वर्मा ने जामस्थल पर पहुंचकर परिजनों को दो लाख पचास हजार रुपए का मुआवजा व पारिवारिक लाभ योजना के अंतर्गत 30 हजार रुपये का आश्वासन दिया। कहा कि बिजली व्यवस्था भी जल्द सुधार ली जाएगी। करीब चार घंटे बाद लोग सड़क से हटे और आवागमन चालू हुआ। इससे पहले जाम के कारण यात्रियों को भारी फजीहत झेलनी पड़ी।
जमीन में प्रवाहित हो रहा था करंट: नरेश सुबह अपने घर के बगल स्थित खेत में करने के लिए जा रहा था। इस दौरान जमीन में प्रवाहित 11 हजार वोल्ट के करंट की चपेट में आने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हीरोडीह पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेज दिया।