डीसी-एसपी ने बाइक से लिया नक्सल प्रभावित बूथों का जायजा
संवाद सहयोगी, पीरटांड़: नक्सल प्रभावित पीरटांड़ में चुनाव कराना जंग जीतने से कम नहीं माना ज
संवाद सहयोगी, पीरटांड़: नक्सल प्रभावित पीरटांड़ में चुनाव कराना जंग जीतने से कम नहीं माना जाता है। यही वजह है कि पीरटांड़ में सुरक्षा व व्यवस्था के ख्याल से जिला प्रशासन का विशेष फोकस रहता है।
मंगलवार को छुट्टी रहने के बाद भी उपायुक्त राजेश कुमार पाठक, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा, एसडीएम प्रेमलता मुर्मू, बीडीओ नूतन कुमारी, सीओ विनय प्रकाश तिग्गा सहित प्रखंड के कई अधिकारियों का दल पीरटांड़ प्रखंड के कई नक्सल प्रभावित गांवों में स्थित मतदान केंद्रों का बाइक से दौरा किया। यह दौरा आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी को ले था। इसका उद्देश्य मतदान केंद्रों की समीक्षा करना था। सभी अधिकारी वैसे मतदान केंद्र का दौरा करने निकले थे, जो सुरक्षा के ख्याल से अति संवेदनशील या संवेदनशील माने जाते हैं। पुराने आंकड़े में सुधार हो, इस वजह से पूरा प्रशासनिक कुनबा पीरटांड़ के मतदान केंद्रों पर पहुंचा।
बताया जा रहा है कि इस बार पीरटांड़ में 101 मतदान केंद्र बनाए जा रहे हैं। सबका सत्यापन किया जा रहा है। वैसे तो मतदान केंद्रों के सत्यापन के लिए अधिकारी भी नियुक्त हैं। थाना व प्रखंड स्तर पर अलग-अलग अधिकारी मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर सत्यापन कर रहे हैं, पर मंगलवार को जिला प्रशासन की टीम ने हरलाडीह, कुड़को, मंझलाडीह, ख्वासटांड़, दर्दमारा, मसानोटांड़ आदि मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। यह भी देखा कि यहां चुनाव संपन्न कराने के लिए किस तरह की सुरक्षा होनी चाहिए। कहां कैम्प बनेगा, कहां सुरक्षा में लगे जवान ठहरेंगे। हरलाडीह में चुनाव के दौरान हर बार बनाए जाने वाले हेलीपैड स्थल का भी अधिकारियों ने मुआयना किया। सोबरनपुर में भी अधिकारियों ने चुनाव से संबंधित कई जानकारी ली।
टीम में सुरक्षा के ख्याल से डुमरी एसडीपीओ नीरज कुमार ¨सह, थाना प्रभारी अनिल उरांव, पीरटांड़ अवर निरीक्षक अनीश पांडेय आदि थे। कई जगह बीएलओ को बुलाने का प्रयास किया गया, जो छुट्टी रहने के कारण उपायुक्त के समक्ष नहीं आ पाए। अंचलाधिकारी विनय प्रकाश तिग्गा ने बताया कि लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है। प्रखंड स्तर के अधिकारियों को जिम्मेवारी सौंप दी गई है। सभी अधिकारी लगे हुए हैं। मतदाता को जागरूक करने का भी काम चल रहा है।