गार्ड बनकर बदल लिया कार्ड, 14 हजार का लगाया चूना
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : शहर के व्यस्ततम स्थानों में से एक आंबेडकर चौक से बस पड़ाव जाने वाले मार्ग
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : शहर के व्यस्ततम स्थानों में से एक आंबेडकर चौक से बस पड़ाव जाने वाले मार्ग पर स्थित एक्सिस बैंक की एटीएम के पास एक व्यक्ति पैसे की निकासी के दौरान साइबर अपराध का शिकार हो गया। भुक्तभोगी युवक नवीन दास देवघर जिले के सारवां प्रखंड अंतर्गत चरघरा गांव का रहने वाला है।
एटीएम के पास गार्ड बनकर खड़े साइबर अपराधी ने नवीन का कार्ड बदलकर दूसरी एटीएम से पहले दस हजार फिर चार हजार रुपये की निकासी कर खाते को साफ कर दिया। इस संबंध में नवीन ने बताया कि वह अपनी फुफेरी बहन काजल कुमारी के साथ बस स्टैंड रोड स्थित एटीएम में पैसा निकालने गया। वहां पूर्व से गेट के पास एक युवक खड़ा था। जैसे ही वह पैसे की निकासी के लिए एटीएम कक्ष में गया। पूर्व से खड़ा व्यक्ति भी उसके साथ अंदर चला गया। जब उससे पैसे निकालने की बात नवीन ने पूछी तो उसने एटीएम का सिक्यूरिटी गार्ड होने की बात कहकर उसकी मदद करने लगा और एटीएम का पिन नंबर देख लिया। उसके बाद जब उसका पैसा एटीएम से नहीं निकला तो उक्त साइबर आरोपी ने उसे एटीएम में पैसे खत्म होने की बात कहकर पांच सौ मीटर आगे दूसरी एटीएम रहने की बात कहकर पलक झपकते ही उसका मूल कार्ड बदलकर उसी प्रकार का दूसरा नकली एटीएम कार्ड थमाकर आगे का रास्ता दिखा दिया। वह कार्ड लेकर दूसरी एटीएम में पैसा निकालने गया तो उसका कार्ड काम नहीं करने लगा। जब नवीन वापस उस एटीएम के पास आया तब तक गार्ड बनकर मदद करनेवाला साइबर अपराधी मौके का फायदा उठाते हुए वहां से रफूचक्कर हो गया। इसी क्रम में साइबर अपराधी शहर के किसी अन्य एटीएम में जाकर पहले उसके खाते में से दस हजार रुपये और थोड़ी देर बाद पुन: चार हजार रुपये की निकासी कर खाते को पूरी तरह साफ करने में कामयाब हो गया।
पीड़ित ने बताया कि वह अपनी फुआ के घर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मैगजिनियां गांव आया था जहां से अपनी बहन के साथ उसकी ससुराल खोरीमहुआ के संतरायडीह जा रहा था। उसकी बहन के ससुर की तबीयत खराब थी जिसे इलाज कराने के लिए वह बरही के बनासो जानेवाला था। बहन को अपने ससुर के इलाज के लिए पैसे देने को लेकर वह एटीएम से उसकी निकासी करने गया था। पीड़ित ने इस संबंध में नगर थाने को सूचना दे दी है। -एटीएम के पास नहीं रहता गार्ड: शहर की अधिकांश एटीएम बगैर सुरक्षा गार्ड के ही संचालित हैं। नतीजा आये दिन इस प्रकार की घटनाएं आम हो गई हैं। बैंक प्रबंधन इस दिशा में कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा है जिस कारण लोग एटीएम के पास ठगी के शिकार हो रहे हैं। एटीएम के पास सुरक्षा गार्ड की तैनाती की बात तो की जाती है लेकिन उस पर अमल नहीं किया जा रहा है जिस कारण लोगों की मेहनत की कमाई साइबर अपराधी पलक झपकते ही टपाने में कामयाब हो जा रहे हैं और लोग हाथ मलते रह जाते हैं।
- वर्जन पर्व त्योहारों पर लोगों को पैसे के लेनदेन व निकासी करने में सतर्क रहने की आवश्यकता है। खासकर एटीएम के पास किसी भी अपरिचित से कोई भी मदद नहीं लें। पर्व के मौके पर उचक्के व साइबर अपराध में संलिप्त युवा भीड़भाड़ वाले इलाकों के साथ-साथ एटीएम के बाहर मौके की तलाश में रहते हैं और मौका पाते ही रुपयों की ठगी करने में कामयाब हो जाते हैं। ऐसे में एटीएम से पैसे की निकासी करने के क्रम में अपना पिन कोड डालने के पहले आश्वस्त हो लें कि आपके पिन नंबर पर किसी की नजर तो नहीं जा रही है। वैसे अगर पैसे की निकासी करने के दौरान किसी पर शक हो तो इसकी सूचना नजदीकी थाने या साइबर थाने को भी दे सकते हैं।
संदीप सुमन समदर्शी, साइबर डीएसपी, गिरिडीह।