इनामी अजय महतो के गांव में खुला सीआरपीएफ कैंप
जागरण संवाददाता गिरिडीह/पीरटांड़ प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की स्पेशल एरिया
जागरण संवाददाता, गिरिडीह/पीरटांड़ : प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की स्पेशल एरिया कमेटी के सदस्य एवं 25 लाख रुपये के इनामी अजय महतो को उसके घर पर ही घेरने की प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए उसके गांव पीरटांड़ प्रखंड के पांडेयडीह में सोमवार को बिना किसी प्रचार के चुपचाप सीआरपीएफ कैंप खोल दिया गया है। सीआरपीएफ सातवीं बटालियन ने वहां मोर्चा संभाल लिया है। फिलहाल पांडेयडीह मध्य विद्यालय में सीआरपीएफ कैंप खुला है। सूत्रों के अनुसार बाद में यहां सीआरपीएफ कैंप के लिए अलग से भवन बनाने की योजना है।
पांडेयडीह एवं आसपास के इलाकों में माओवादियों का व्यापक प्रभाव है। पारसनाथ से लेकर पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा बार्डर नक्सली हिसा को अंजाम देने वाले अजय महतो के अलावा करमचंद मांझी एवं धीरेन दा समेत कई हार्डकोर नक्सली इसी गांव के हैं। यहां सीआरपीएफ कैंप खुलने से माओवादियों पर शिकंजा कसने में प्रशासन सफल हो सकता है। पीरटांड़ का पूरा इलाका माओवादियों का अभेद दुर्ग था। जगह-जगह सीआरपीएफ कैंप खोलकर एवं पुलिस व सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई से ही प्रशासन माओवादियों के इस इलाके में अपनी पैठ बढ़ा सका है। पीरटांड़ प्रखंड में पारसनाथ पहाड़ पर दो, खुखरा, हरलाडीह एवं मधुबन कल्याण निकेतन में सीआरपीएफ कैंप पहले से खुला हुआ है। इसके बावजूद पांडेडीह इलाके में माओवादियों पर पुलिस अंकुश नहीं लगा पा रही थी। पांडेयडीह में कैंप खुलने से माओवादी परेशान हैं। कारण, इस इलाके में अब वे बेरोकटोक नहीं घूम सकेंगे। अजय के सैक सदस्य बनने के बाद कृष्णा ने संभाली कमान:
पारसनाथ को भाकपा माओवादी का मुख्यालय माना जाता था। पीरटांड़ में नक्सलियों ने बड़ी फौज तैयार की थी। देशभर में सबसे अधिक नक्सली कैडर पीरटांड़ में ही तैयार हुए थे। पिछले करीब पांच साल में विशेषकर रघुवर दास के कार्यकाल में पीरटांड़ समेत पूरे झारखंड में माओवादियों की पकड़ कमजोर हो गई थी। पुलिस एवं सीआरपीएफ ने माओवादियों पर नकेल कस दिया था। पारसनाथ में माओवादियों के कैडर नहीं मिल रहे थे। इसके बावजूद पुलिस पूरी ताकत झोंककर भी अजय महतो को नहीं गिरफ्तार कर सकी थी। अजय महतो ने हिसक घटनाओं को जिस तरह अंजाम दिया, उसे देखते हुए संगठन में उसे प्रोन्नति दी गई। उसे स्पेशल एरिया कमेटी में शामिल कर लिया गया। अजय महतो को चाइबासा इलाके में पिछले कुछ वर्षों से लगाया गया। इधर उसके बदले कृष्णा हांसदा को पारसनाथ जोन का कमान सौंप दिया गया।