ढिबरा डंप की होगी नीलामी, लीज के लिए बनेगी योजना
न सिर्फ माइका व्यवसायियों एवं मजदूरों के लिए बल्कि पूरे गिरिडीह के लोगों के लिए खुशखबरी है। माइका उद्योग के लिए अच्छे दिन आने वाले है।
दिलीप सिन्हा, गिरिडीह : न सिर्फ माइका व्यवसायियों एवं मजदूरों के लिए बल्कि पूरे गिरिडीह के लोगों के लिए खुशखबरी है। माइका उद्योग के लिए अच्छे दिन आने वाले है। इस उद्योग के पुनरुद्धार की दिशा मे जिला प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है। प्रथम चरण में माइका का टुकड़ा जिसे ढिबरा कहा जाता है, का कारोबार शुरू करने की छूट दी जा सकती है। माइका खदानों की नीलामी पर भी सरकार विचार कर रही है।
ढिबरा का अवैध कारोबार गिरिडीह एवं कोडरमा जिले में बड़े पैमाने पर होता है। इस अवैध कारोबार से जहां धंधेबाज मालामाल हो रहे हैं, वहीं सरकार के राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। मजदूरों को रोजगार भी नहीं मिल पा रहा है। माइका उद्योग का यदि पुनरूद्धार हो गया तो प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जोड़ने में प्रशासन सफल रहेगा। विशेषज्ञ बताते हैं कि डेढ़ लाख से अधिक लोगों को दो साल के अंदर इस उद्योग से रोजगार दिया जा सकता है। जिला प्रशासन ढिबरा डंप की नीलामी करने की तैयारी कर रहा है। 2017 के बाद से ढिबरा डंप की नीलामी बंद है। 2017 में गिरिडीह जिले में दो एक कोडरमा जिले में एक ढिबरा डंप की नीलामी हुई थी। हालांकि उस वक्त करीब ढिबरा के करीब 80 डंप की नीलामी के लिए पहल की गई थी। इस संबंध में उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने बताया कि 2017 के बाद से ढिबरा डंप की नीलामी बंद है, उसे फिर से चालू किया जा सकता है। इस पर विचार कर रहे हैं। नए ढिबरा डंप की नीलामी की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। वन विभाग के साथ रास्ते का जो विवाद है, उसका समाधान किया जाएगा। प्रशासन का पूरा फोकस फिलहाल ढिबरा पर रहेगा। माइका खदानों की नीलामी के बारे में पूछे जाने पर उपायुक्त ने बताया कि माइका अब माइनर मिनरल में आ चुका है। इस कारण, माइका खदानों की नीलामी के लिए सरकार को पूरी योजना बनाकर भेजेंगे।
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झामुमो विधायक संग सीएम से मिले थे व्यवसायी
माइका उद्योग के पुनरुद्धार के लिए गिरिडीह जिला चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला एवं माइका एक्सपोटर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ गिरिडीह के झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू गुरुवार को रांची में मुख्यमंत्री से मिले थे। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी दिया था। उसी दिन पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने माइका उद्योग के पुनरूद्धार के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने इस पर आपत्ति जताई थी। आरोप लगाया था कि श्रेय लेने के लिए बाबूलाल ने ऐसा किया है।