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सरकार को धान बेच फंस गए किसान

सरकार की ओर से गरीब किसानों को फसल का अत्यधिक दाम देकर लाभ पहुंचाने की योजना जिले में फिसड्डी साबित हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 09:00 AM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 09:00 AM (IST)
सरकार को धान बेच फंस गए किसान
सरकार को धान बेच फंस गए किसान

गांडेय (गिरिडीह) : सरकार की ओर से गरीब किसानों को फसल का अत्यधिक दाम देकर लाभ पहुंचाने की योजना जिले में फिसड्डी साबित हो रही है। किसानों से लगातार धान खरीदी जा रही है, लेकिन इसके एवज में राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। बुधूडीह पैक्स में 30 दिसंबर से किसानों से धान की खरीदारी शुरू हुई है। अभी तक 215 किसानों से लगभग दस हजार क्विटल से भी अधिक धान की खरीदारी की जा चुकी है। लगभग 9 हजार क्विटल से भी अधिक धान को पैक्स से मिल में भेजा जा चुका है परंतु किसानों का भुगतान शुरू नहीं हुआ है। दो माह बीतने के बावजूद एक किसान को भी राशि का भुगतान नहीं हुआ है। इससे किसानों को निराशा उठानी पड़ रही है। राशि को लेकर किसान प्रतिदिन पैक्स का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। मालूम हो कि बिचौलियों द्वारा किसानों से 1200 से 1300 रुपये प्रति क्विटल धान की खरीदारी की जाती है। इस कारण सरकार की ओर से पैक्सों के माध्यम से धान की खरीदारी की जा रही है। पैक्सों में एफसीआई की दर से 1815 रुपये प्रति क्विटल धान की खरीदारी की जा रही है। राज्य सरकार की ओर से प्रति क्विटल 185 रुपये का बोनस दिया जा रहा है। इस तरह किसानों से 2 हजार रुपये प्रति क्विटल धान की खरीदारी की जा रही है। किसानों के धान बेचने के बाद पैक्सों से जारी रसीद में लिखा रहता है कि सात दिन के भीतर राशि का भुगतान खाते में कर दिया जाएगा, परंतु दो माह बीतने के बावजूद किसानों को निराशा हाथ लग रही है।

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क्या कहते किसान : पैक्स से राशि का भुगतान नहीं होने से किसान मायूस हैं। बुधूडीह के किसान राम प्रकाश सिन्हा ने बताया कि पैक्स खुलते ही 30 दिसंबर को ही 48 क्विटल धान उन्होंने दिया है लेकिन आज तक राशि का भुगतान नहीं हुआ है। पैसे के लिए प्रतिदिन पैक्स का चक्कर लगा रहे हैं परंतु कोई पहल नहीं हो पा रही है। पहरमा के किसान संतोष वर्मा ने कहा कि उन्होंने 12 जनवरी को ही बुधूडीह पैक्स में 60 क्विटल धान दिया है, लेकिन राशि का भुगतान नहीं हुआ है। सुजना के किसान अनिल टुडू ने बताया कि 14 जनवरी को ही 51 क्विटल धान पैक्स में दिया है लेकिन राशि का भुगतान नहीं हो रहा है। इस कारण उन्हें आर्थिक तंगी झेलनी पड़ रही है। कोयरीडीह के बिलटू राय ने बताया कि ज्यादा पैसे मिलने की आस में बिचौलियों को धान ना देकर पैक्स में दिया लेकिन एक माह बीतने के बावजूद राशि का भुगतान नहीं हुआ है। सरकार अविलंब इस दिशा में पहल कर राशि का भुगतान कराए।

क्या कहते पैक्स प्रबंधन : बुधूडीह के पैक्स प्रबंधक राजेश वर्मा ने कहा कि किसानों से धान की खरीदारी कर उसे ससमय मिल में पहुंचाया जा रहा है। मिल में पहुंचाने के बाद उसके एवज में राशि का भुगतान किया जाना है परंतु अलॉटमेंट नहीं रहने के कारण भुगतान नहीं हो पा रहा है। वे लगातार विभाग के पदाधिकारियों को सूचना दे रहे हैं। पदाधिकारी जल्द भुगतान करने की बात कह रहे हैं।


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