स्वच्छ वातावरण में स्वस्थ जीवन का आनंद लें
किसी भी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जनसंपर्क व जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है। इसी तरह सुजल व स्वच्छ गांव के क्रियान्वयन को ले व्यापक प्रचार करने की जरूरत है।
जामताड़ा : किसी भी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जनसंपर्क व जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है। इसी तरह सुजल व स्वच्छ गांव के क्रियान्वयन को ले व्यापक प्रचार करने की जरूरत है। बुधवार को एसजीएसवाई सभागार में आयोजित तीन दिवसीय सुजल एवं स्वच्छ गांव विषय पर प्रशिक्षण कार्यशाला के अंतिम दिन उपायुक्त गणेश कुमार ने संबोधित करते हुए उक्त निर्देश दिया। डीसी ने कहा कि सभी प्रशिक्षु अपने स्तर से भी लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें ताकि यह कार्यक्रम शतप्रतिशत सफल हो सकें तथा लोग स्वच्छ माहौल में दीर्घायु जीवन का आनंद ले सकें।
उपायुक्त ने कार्यक्रम के साथ जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ने को कहा ताकि प्रचार प्रसार के माध्यम से लोग ज्यादा से ज्यादा जागरूक हो सकें। उन्होंने कहा सरकार कच्चे कचरा प्रबंधन का प्रयास कर रही है। इस कार्य में भी आमजनों की सहभागिता जरूरी है ताकि सरकार का बिजली व खाद उत्पादन की महत्वाकांक्षी योजना पूर्ण हो सकें। इससे लोगो की आय में भी बढ़ोतरी होगी। जीवन स्तर में सुधार होगा। डीसी ने कहा कि भारत की आत्मा गांव में बसती है इसलिए गांव को आर्थिक रूप से मजबूत करने की जरूरत है और मजबूत करने की जवाबदेही जनता पर है।
उप विकास आयुक्त ने कहा गया कि रूढ़ीवादी मान्यता पर अड़े रहेंगे तो विकास नहीं हो सकता है इसलिए ऐसी मान्यता को खत्म करके स्वच्छता के प्रति जागरूक होना होगा । साथ ही प्रबंधन करने के बारे में भी विचार करना होगा। इससे आय में भी वृद्धि होगी। आर्थिक स्थिति भी ठीक रहेगी। बच्चों को अच्छे तालीम भी दे सकेंगे। डीडीसी ने शौचालय की उपयोगिता शतप्रतिशत सुनिश्चित करने को कहा। मौके पर उप विकास आयुक्त ने जलसहिया, मुखिया व स्वच्छता ग्राही से सुजल स्वच्छ गांव के संदर्भ में प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी के बाबत सवाल-जवाब किया। मौके पर मौजूद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता सुरेंद्र कुमार दिनकर व बतौर प्रशिक्षक जिला समन्वयक अनुज कुमार ने सुजल एवं स्वच्छ गांव की विशेषता,घटक,जल जीवन मिशन,जल स्त्रोत की उपलब्धता, जल गुणवत्ता मूल्यांकन,सामाजिक मानचित्र तथा विभिन्न कचरा प्रबंधन की जानकारी दी। दिया। उन्होंने पंचायत के मुखिया को दायित्वबोध कराया। जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन द्वारा हर घर में पानी पहुंचाने में मुखिया, जल सहिया, स्वच्छता ग्राहियों की मुख्य भूमिका होगी। जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन, बोरवेल रिचार्जिंग, संचयन और रखरखाव, पेयजल का महत्व, पानी की गुणवत्ता की जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त,डीडीसी आदि ने प्रशिक्षण लेने वाले कर्मियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया।
मौके पर परियोजना पदाधिकारी मोतिउर रहमान, सहायक परियोजना पदाधिकारी रानी झा,स्वच्छता ग्राही, मुखिया,जल सहिया आदि मौजूद थे।