शिक्षा पदाधिकारी के व्यापार का मामला तूल पकड़ा
गिरिडीह जिला शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारी द्वारा शिक्षा कार्य के साथ साथ कार्य अवधि में ि
गिरिडीह : जिला शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारी द्वारा शिक्षा कार्य के साथ साथ कार्य अवधि में किए जा रहे व्यापार का मामला तूल पकड़ने लगा है। शिक्षा विभाग के उक्त वरीय पदाधिकारी की कारस्तानी दैनिक जागरण के नौ अप्रैल के अंक में प्रकाशित होने के बाद गिरिडीह के देवशंकर मिश्र ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, उपायुक्त व केंद्रीय शिक्षा मंत्री को ट्वीट कर इस मामले पर संज्ञान लेकर शिक्षा विभाग के दोषी पदाधिकारी या अन्य पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारी एक कंपनी का प्रोडक्ट बेचने का काम कार्य अवधि में करते हैं। साहब की दुकान शिक्षा विभाग की ओर से किराए पर लिए गए वाहन में हमेशा सजी रहती है। प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण हो या सर्व शिक्षा अभियान परियोजना कार्यालय में अधीनस्थों के साथ बैठक, उनकी दुकान सभी जगह चलती है। साहब के निर्देश पर वाहन का चालक कंपनी के प्रोडक्ट को अधीनस्थों को थमाकर रुपये ले लेते हैं। प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के क्रम में भी शिक्षक को प्रोडक्ट थमा दिया जाता है। साहब के डर से कोई अधीनस्थ कुछ बोल नहीं पाते हैं, लेकिन दबी जुबान से कहते हैं कि व्यापार करना गलत नहीं है, लेकिन कार्य अवधि के समय व किराए पर लिए गए वाहन का उपयोग व्यापार करने के लिए किया जाना गलत है।