थानेदार ने 40 हजार रुपये के लिए दुकानदार को लगाए 40 डंडे
Beating of shopkeeper. झारखंड के गिरिडीह में थानेदार पर 40 हजार के लिए दुकानदार को 40 डंडे मारने का आरोप है।
जागरण संवाददाता, गिरिडीह। कठवारा के दुकानदार साजन तिवारी को पीरटांड़ पुलिस ने 40 हजार रुपये के लिए 40 डंडे लगाए। पीड़ित के पिता ने थाना में आकर 40 हजार रुपये दिए तो पुलिस ने वह राशि पालगंज की पूनम देवी के हवाले किया। इसके बाद साजन तिवारी को थाने से जाने दिया गया। साजन तिवारी ने गिरिडीह एसपी सुरेंद्र कुमार झा से यही शिकायत की है। पीड़ित को एसपी ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच कराई जाएगी।
इस बाबत पीरटांड़ थानेदार उपेंद्र कुमार राय ने कहा कि दुकानदार साजन तिवारी से मारपीट नहीं की गई है। महिला को न्याय जरूर दिलाया गया है। साजन तिवारी पालगंज की महिला के साथ रुपये की बेईमानी करना चाहता था। पुलिस ने महिला को न्याय दिलाया है।
थानेदार ने दुकान में रखे 20 हजार भी निकाले
एसपी सुरेंद्र कुमार झा को दिए आवेदन में साजन तिवारी ने बताया कि बीते 31 मई को अपरान्ह दो बजे पीरटांड़ थानेदार उपेंद्र कुमार राय जवानों के साथ उनकी दुकान में घुस गए। गल्ला की चाभी लेकर 20 हजार रुपये निकाल लिए। इसके बाद थानेदार उन्हें जीप में बैठा कर थाना ले गए। वहां छोटा बाबू ने उन्हें तमाचा मारा। फिर थानेदार और दो सिपाहियों ने मिल कर उनकी जांघ पर 40 डंडे लगाए। उसी दौरान थानेदार और छोटा बाबू ने उनके पिता से 40 हजार रुपये मंगाया। उसे पालगंज की पूनम देवी को दिया। एक जून की सुबह दुकानदार को थाने से छोड़ा गया। इस दौरान भी उसे थानेदार ने धमकी दी।
दुकानदार के पास उधार में फोन लेने के लिए आई थी महिला
साजन तिवारी ने एसपी को बताया कि 20 मई को महिला उनकी दुकान में आई थी। उधार में रेडमी का मोबाइल फोन मांगा था। नहीं दिया था तो पंद्रह दिन में जेल भेजवाने की धमकी दी थी। इसके बाद 31 मई को थानेदार आए और मुङो थाने ले गए। साजन ने बताया कि मारपीट करने के बाद थानेदार ने हरेक माह 20 हजार रुपये रंगदारी देने को कहा। धमकी दी कि हरेक माह 20 हजार रुपये नहीं देने पर रोज थाना लाकर पीटा जाएगा, केस मुकदमा कर जेल भेजा जाएगा। मुङो एक जून की सुबह साढ़े सात बजे उन्हें हाजत से निकाला गया। साजन के मुताबिक, हाजत से निकालने के पहले थानेदार ने धमकाया कि पुलिस के खिलाफ शिकायत करने पर उग्रवादी दफा में आजीवन कारावास की सजा दिलाई जाएगी।
किसी के साथ मारपीट नहीं की गई है। पुलिस ने महिला को उसका बकाया पैसा दिला दिया तो इस तरह का इल्जाम लगाया जा रहा है।
-उपेन्द्र कुमार राय, थानाप्रभारी, पीरटांड़।
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