कोविड 19 में एनजीओ की बड़ी भूमिका
कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थिति को लेकर जमुआ प्रखंड सभागार में गुरूवार को बीडीओ बिनोद कर्मकार की अध्यक्षता में एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक सम्पन्न हुई । बैठक में प्रवासी मजदूरों को रोजगार विधवा विकलांग वृद्धा अनाथ बच्चे और भूखमरी सुरक्षित दादा दादी नाना नानी एवं बढ़ते कोरोना संक्रमण और जागरूकता पर विस्तार से चर्चा हुई ।
जमुआ (गिरिडीह): कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थिति को लेकर जमुआ प्रखंड में गुरुवार को बीडीओ बिनोद कर्मकार की अध्यक्षता में एनजीओ प्रतिनिधियों की बैठक हुई। प्रवासी मजदूरों को रोजगार, विधवा, विकलांग, वृद्ध, अनाथ बच्चे, भुखमरी, सुरक्षित दादा दादी, नाना नानी एवं बढ़ते कोरोना संक्रमण और जागरूकता पर विस्तार से चर्चा हुई। बीडीओ ने कहा कि कोरोना महामारी में एनजीओ की भूमिका सराहनीय रही है। किसी भी आपदा या महामारी से हमसब मिलकर ही लड़ सकते हैं। कहा कि अभी कोरोना बढ़ रहा है। अब जब हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है तब लोगों द्वारा ज्यादा लापरवाही बरती जा रही है। यह हम सबों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। कहा कि जमुआ प्रखंड में सोलह हजार प्रवासी मजदूर घर लौटे हैं जिन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। अभिव्यक्ति फाउंडेशन के सचिव कृष्णकांत ने कहा कि सुरक्षित दादा दादी, नाना-नानी अभियान द्वारा लोगों में जागरूकता व डिप्रेशन खत्म करने का अभियान चलाया जा रहा है। मौके पर मुकेश कुमार, विजय चौरसिया, बैद्यनाथ, कमलेश कुमार, रमेश वर्मा आदि ने भाग लिया।