विधायक आवास मार्ग भी जर्जर, बढ़ रही गड्ढों की संख्या
करीब पांच किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला गिरिडीह शहर सड़कों के मामले में फिसड्डी साबित हो रहा है। शहर की सड़कें जर्जर और गड्ढों में तब्दील होकर नगर निगम से लेकर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को मुंह चिढ़ा रही हैं और जगहों की बात छोड़िए विधायकों के आवास जिस मार्ग पर है उसकी भी हालत अत्यंत जर्जर है।
गिरिडीह : करीब पांच किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला गिरिडीह शहर सड़कों के मामले में फिसड्डी साबित हो रहा है। शहर की सड़कें जर्जर और गड्ढों में तब्दील होकर नगर निगम से लेकर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को मुंह चिढ़ा रही हैं और जगहों की बात छोड़िए, विधायकों के आवास जिस मार्ग पर है, उसकी भी हालत अत्यंत जर्जर है। लंबे समय से जर्जर हुई इन सड़कों के दिन कब बहुरेंगे, यह किसी को पता नहीं। लोग इसके लिए जनप्रतनिधियों के साथ-साथ व्यवस्था को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
हिचकोले खाते हुए गुजरते हैं माननीय:
वैसे तो शहर की प्राय गली-मोहल्लों से गुजरी सड़कों की स्थिति कमोवेश एक जैसी ही है, लेकिन आज हम दैनिक जागरण के अभियान जानलेवा बनती शहर की सड़कों की इस कड़ी में हम वैसी सड़कों की दुर्दशा से अवगत कराने जा रहे हैं, जो दो माननीयों के आवास के ठीक बगल से गुजरी हैं। माननीय भी इन सड़कों से हिचकोले खाते हुए हर दिन गुजरते हैं।
विधायकों के आवास के नजदीक की सड़कें भी जर्जर : गांडेय विधायक प्रो. जयप्रकाश वर्मा के आवास के ठीक सामने से गुजरने वाली सड़क भी जर्जर हो चुकी है। नेताजी चौक से सर जेसी बोस बालिका उच्च विद्यालय के मुख्यद्वार तक इस सड़क में दर्जनों गड्ढे हो गए हैं। प्रतिदिन सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों के साथ-साथ दो व तीनपहिया वाहन भी इस सड़क से गुजरते हैं। डॉक्टर लेन में स्थानीय विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी के आवास के सामने से मकतपुर उच्च विद्यालय की ओर जाने वाली सड़क में न केवल कई गड्ढे हो गए हैं, बल्कि जगह-जगह जल जमाव भी हो गया है। --------------------
शास्त्री नगर रोड की स्थिति भी दयनीय है। इस रोड में भी काफी गड्ढे हो गए हैं। लोग इसी जर्जर रोड से आवागमन करने को विवश हैं।
सच्चिदानंद सिन्हा
न्यू भंडारीडीह रोड की मरम्मत नहीं कराई गई है, जिस कारण सड़क पूरी तरह जर्जर हो गई है। इसपर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
नवीस अहमद
शहर में शायद ही कोई ऐसी सड़क है, जिसपर आराम से आवागमन किया जा सके। मरम्मत नहीं होने से सड़कों की स्थिति और बिगड़ती जा रही है।
उमेश कुमार, टोटो चालक
सही से रोड नहीं बनाने के कारण ऐसा होता है। ठेकेदारों की मनमानी और संबंधित पदाधिकारियों की अनदेखी का खामियाजा आम लोगों भुगतना रहे हैं।
रिकू कुमार
दुर्गापूजा सहित अन्य त्योहार नजदीक है। ऐसे में लोगों को परेशानी न हो इसके लिए जल्द से जल्द सड़कों को दुरुस्त कराना चाहिए ताकि लोगों को परेशानी न हो।
धरमू पंडित
निर्माण के समय से ही गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता। सरकार पैसे दे देती है, लेकिन ठेकेदार जैसे-तैसे काम कराकर निकल जाते हैं।
गंगाधर महतो