पेज तीन का लीड : एटीएम कार्ड बदलनेवाले अंतरप्रांतीय गिरोह का खुलासा
गिरिडीह : एटीएम में पैसे की निकासी करने आनेवाले लोगों से मदद करने के बहाने कार्ड बदल
गिरिडीह : एटीएम में पैसे की निकासी करने आनेवाले लोगों से मदद करने के बहाने कार्ड बदलकर व उनके खाते से रूपये टपानेवाले अंतरप्रांतीय गिरोह का गिरिडीह पुलिस ने खुलासा किया है। इस गिरोह के एक सदस्य को राजधनवार थाना पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित ताजमुल अंसारी कोडरमा जिलान्तर्गत जयनगर थाना क्षेत्र के मतौनी गांव का रहनेवाला है। राजधनवार पुलिस ने उसे एक्सिस बैंक के एटीएम के पास से कार्ड बदलकर भागने के क्रम में पीड़ित के किए गए हो हल्ला सुनने के बाद खदेड़कर गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे बुधवार को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया जहां से न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया। इसकी जानकारी मुख्यालय पुलिस उपाधीक्षक द्वितीय संतोष कुमार मिश्रा ने पुलिस लाइन स्थित सभाकक्ष में प्रेसवार्ता कर बुधवार को दी। बताया कि एक्सिस बैंक के एटीएम के पास एक व्यक्ति की मदद करने के बहाने उसके साथ एटीएम कक्ष में चला गया और मदद के बहाने पलक झपकते ही कार्ड बदलकर भागने लगा। इसी बीच पीड़ित ने हल्ला किया तो मौके पर मौजूद पुलिस की टीम ने उसे खदेड़कर पकड़ लिया। तलाशी के बाद उसके पास से पुलिस ने विभिन्न बैंकों के 71 फर्जी व बदले हुए एटीएम कार्ड के साथ एक मोबाइल बरामद किया। डीएसपी ने बताया कि पूछताछ के क्रम में आरोपित ने अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी दी है। इसके गिरोह के सरगना बंटी राय समेत दो अन्य सदस्यों को उड़ीसा पुलिस एक माह पूर्व ही गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपित ने बरामद एटीएम कार्ड से धनवार में 22 हजार 8 सौ रूपये की निकासी की है। वैसे बरामद अन्य कार्ड के बारे में विस्तृत जानकारी बैंक से खंगाली जा रही है। प्रेसवार्ता में आदिकांत महतो, सुजीत कुमार, अजय कुमार ¨सह, खुशीकांता गोराई भी मौजूद थे।
- उड़ीसा जेल में बंद है गिरोह का सरगना बंटी : एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के खाते से रूपये उड़ानेवाले गिरोह का सरगना बंटी राय है। वह कोड़रमा के जयनगर थाना क्षेत्र के बदुलिया गांव का रहनेवाला है और साइबर अपराध करते पकड़े जाने पर पिछले एक माह से उड़ीसा के जेल में बंद है। उसके साथ गिरोह के एक अन्य सदस्य बदुलिया गांव का ही छोटू राम भी वहां बंद है। उड़ीसा पुलिस ने दोनों को साइबर अपराध करते रंगेहाथ दबोचा था। दोनों के पास से विभिन्न बैंकों के एक सौ फर्जी व ग्राहकों से बदली की गई एटीएम कार्ड बरामद किया था।
- एक दिन में प्राप्त किया है प्रशिक्षण: पुलिस के हत्थे चढ़ा एटीएम कार्ड बदलनेवाला सदस्य ताजमुल ने इस काम को अंजाम देने में एक दिन में ही महारत हासिल कर ली। उसने बताया कि बंटी राय से चतरौन चौक पर मुलाकात हुई और वहीं इसका प्रशिक्षण उसे बंटी ने देकर एक ही दिन में ट्रेंड कर दिया। दूसरे दिन से इस काम को अंजाम देने को लेकर बैंकों के एटीएम के पास वह चक्कर लगाने लगा।
- दो सौ रुपये में गया स्टेशन पर खरीदता था एटीएम कार्ड: आरोपित ने बताया कि विभिन्न बैंकों के फर्जी एटीएम कार्ड की खरीददारी गया रेलवे स्टेशन पर किया करता था। वहां करण नामक दलाल से किसी भी बैंक का फर्जी एटीएम कार्ड मात्र दो सौ रूपये में खरीदने की बात भी उसने कबूल की है। बताया कि कार्ड खरीदने के लिए वह गया स्टेशन जाता था जहां कारण से थोकभाव में फर्जी कार्ड खरीदकर लाकर घटना को अंजाम देता था।
- मदद करने के बहाने बदल लेता है कार्ड : एटीएम कार्ड बदलकर लोगों को ठगनेवाला ताजमुल फर्जी कार्ड के साथ एटीएम कक्ष के बाहर मदद करने के बहाने खड़ा रहता था। इस क्रम में गांव से आये सीधे साधे लोगों को एटीएम गार्ड बनकर मदद करने घुस जाया करता था और पलक झपकते ही उसका मूल कार्ड बदलकर उसे फर्जी कार्ड थमाकर वहां रूपये खत्म होने की बात कहकर दूसरे स्थान पर भेज देता था। ग्राहक के दूसरे एटीएम में जाने के साथ ही वह खुद वहां से खिसक जाता था और बाद में दूसरे एटीएम पर जाकर उसी कार्ड से ग्राहक के खाते में जमा राशि को साफ कर लेता था।
- क्षणिक समय में ज्यादा रूपया कमाने का चुन लिया रास्ता: वैसे तो चंद सेकेंड में एटीएम कार्ड बदलनेवाला ताजमुल स्नातक का स्टूडेंट है लेकिन क्षणिक समय में ज्यादा रूपये कमाने के लालच ने उसे पढ़ाई से मोह भंग कराते हुए ठगी की ओर खींच लिया। वह पिछले दो साल से अधिक समय से इस धंधे को अंजाम दे रहा था। इस धंधे से अर्जित की गई राशि के बारे में पुलिस उसके खाते को खंगाल रही है।
- कई जिलों में दे चुका है घटना को अंजाम : लोगों से ठगी करनेवाले गिरोह के सदस्य अलग-अलग जिले व प्रदेशों में फैले हुए हैं। गिरोह के सदस्य ज्यादातर एटीएम के पास ग्राहकों को मदद करने के बहाने खड़े रहते हैं। ताजमुल गिरिडीह के अलावे हजारीबाग समेत अन्य जिलों में इस तरह की घटना को अंजाम देने में सक्रिय था।