..और सावन पूर्णिमा में बैरंग लौट गए बाबा के भक्त
जिले के आस्था नगरी झारखण्डधाम में सावन की अंतिम सोमवारी एवं पूर्णिमा को लेकर भीड़ की प्रबल संभावना बनी थी तथा भीड़ पहुच भी रही थी जिस वजह से मंदिर के चारो और सुबह तीन बजे से ही पुलिस की तैनाती कर दी थी इस संक्रमित महामारी को लेकर मुस्तैद पुलिसकर्मी चारो और पहरा दे रही थी वही सारे बंधन को तोड़ते हुए आये भक्त बाबा की भक्ति की ललक रखने वाले बंद मंदिर के चारदीवारी तक कुछ पहुँच ही गए तथा बाहर से बाबा की दर्शन कर तथा बन्द गेट समीप जलार्पण कर संतोष कर लौटना पड़ा
झारखंडधाम : जिले की आस्था नगरी झारखंडधाम में सावन की अंतिम सोमवारी एवं पूर्णिमा पर भीड़ होने की संभावना थी। लोग वहां पहुंच भी रहे थे जिस वजह से मंदिर के चारों ओर सुबह तीन बजे से ही पुलिस की तैनाती कर दी गई थी। इस संक्रमित महामारी को लेकर मुस्तैद पुलिसकर्मी चारों ओर से पहरा दे रहे थे। सारे बंधनों को तोड़ते हुए व बाबा की भक्ति की ललक रखनेवाले कुछ भक्त मंदिर की चारदीवारी तक कुछ पहुंच ही गए। उन्हें बाहर से ही बाबा का दर्शन कर तथा बंद गेट के समीप जलार्पण कर संतोष करना पड़ा। कुछ भक्तों के मन में सावन के पवित्र माह की वजह से मंदिर में प्रवेश कर पूजा की जिज्ञासा थी लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक नहीं चली। बता दें कि यहां पहले पूरे सावनभर कावरियों एंव भक्तों का तांता लगा रहता था। वहीं पूर्णिमा के दिन लगभग पचास हजार की भीड़ यहां लगती थी लेकिन इन बार यहां सन्नाटा पसरा रहा। वहां तैनात पुलिसकर्मियों में थानेदार आरएस पांडेय, एसआइ ओमप्रकाश कुमार, रामाशीष कुमार, गौरव भगत, शैलेंद्र कुमार के अलावा दर्जनों आइ आरबी के जवान शामिल थे।