बच्चों को सुरक्षा देना सभी की जिम्मेदारी
गिरिडीह: समाज के हर बच्चे को सुरक्षा देने व उसे संस्कारी बनाना सभी लोगों की जिम्मेदारी है
गिरिडीह: समाज के हर बच्चे को सुरक्षा देने व उसे संस्कारी बनाना सभी लोगों की जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को निभाने के प्रति समाज के सभी व्यक्ति को सजग रहने की आवश्यकता है। अगर बच्चे सुरक्षित नहीं हैं तो उन्हें किस तरह सुरक्षित रखा जाय, इस पर विचार करने की जरूरत है। यह बातें पुलिस लाइन स्थित सभाकक्ष में बाल अधिकार पर आयोजित उन्मूखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा ने कही।
कहा कि बच्चों के साथ किसी प्रकार का शोषण, उपेक्षा, क्षति व दुर्व्यवहार न हो इस बात का हमेशा ख्याल रखना चाहिए। बच्चों की गरिमा व स्वाभिमान की रक्षा करने की दिशा में भी हर अभिभावक व समाज के लोगों को ध्यान देने की जरूरत है। वहीं कलंकित करनेवाले शब्दों से परहेज करते हुए बच्चों को संस्कारी बनाना भी एक कर्तव्य है। साथ ही पुलिस विभाग बच्चों को सुरक्षा देने के लिए हर कदम पर तैयार है।
यह कार्यक्रम चाइल्ड लाइन व पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में किशोर न्याय अधिनियम 2015, पोक्सो अधिनियम 2012 व बाल अधिकार विषय पर उपस्थित सभी बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारियों को जानकारी दी गई। डीएसपी सह नोडल पदाधिकारी नवीन कुमार ¨सह ने कहा कि बच्चों को मिलनेवाले अधिकार व कर्तव्यों की जानकारी सभी को होनी चाहिए। थाने स्तर पर इसका अनुपालन भी किया जा रहा है। जागो फाउंडेशन के सचिव बैद्यनाथ ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर संस्था पिछले 21 वर्षो से काम कर रही है। साथ ही चाइल्ड लाइन इंडिया फाउंडेशन के साथ जुड़कर बच्चों की सुरक्षा के प्रति गंभीर है। चाइल्ड लाइन पुलिस प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर बाल अधिकार समझौते को जमीनी स्तर तक ले जाने के पहल कर रहा है। बाल संरक्षण के प्रदेश सदस्य सह प्रशिक्षक पीयूष सेनगुप्ता ने कहा कि देश की कुल जनसंख्या में 40 प्रतिशत बच्चे हैं। इनमें से 26 प्रतिशत बच्चे सड़क पर हैं जिन्हें सुरक्षा प्रदान करना हम सभी का दायित्व है। कार्यक्रम को जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी जीतू कुमार, चाइल्ड लाइन के कोर्डिनेटर अनंत कुमार मंडल व बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विमल यादव ने संबोधित किया। मौके पर संजय पांडेय, विनय कुमार, राजू महतो, कामेश्वर कुमार, नरेश कुमार, सर्वजीत कुमार, श्वेता कुमारी, कंचन कुमारी, भागीरथी देवी, तमन्ना परवीन, नरेन्द्र कुमार, उषा कुमारी, अजय सिन्हा, सुलेखा कुमारी के अलावे सभी थाने के बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।