सतत निगरानी व उपचार से 37 संक्रमितों ने कोरोना को हराया
कोरोना संक्रमण के हो रहे विस्फोट के बीच संक्रमितों के स्वस्थ्य हो कर घर जाना जिलेवासियों के लिए एक बार फिर राहत भरी खबर साबित हुई है। इसी क्रम में सोमवार को बरहमौरिया स्थित आइसोलेशन सेंटर में सतत निगरानी व इलाज के लिए भर्ती जिले के अलग-अलग प्रखंड़ क्षेत्रों के कोरोना संक्रमितों में से 37 लोगों ने कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य हुए हैं।
गिरिडीह : कोरोना संक्रमण के हो रहे विस्फोट के बीच संक्रमितों के स्वस्थ्य होकर घर जाना जिलेवासियों के लिए एक बार फिर राहत भरी खबर साबित हुई है। इसी क्रम में सोमवार को बरहमौरिया स्थित आइसोलेशन सेंटर में सतत निगरानी व इलाज के लिए भर्ती जिले के अलग-अलग प्रखंड क्षेत्रों के कोरोना संक्रमितों में से 37 लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए हैं। कोरोना जैसी बीमारी को हराकर स्वस्थ होनेवाले संक्रमितों में गावां प्रखंड के सात, सदर व बेंगाबाद प्रखंड के छह-छह, डुमरी प्रखंड के पांच, पीरटांड़ प्रखंड के चार, बगोदर प्रखंड के तीन, राजधनवार व बिरनी प्रखंड के दो-दो तथा जमुआ व गांडेय प्रखंड के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। सतत निगरानी व उपचार में रहकर स्वस्थ हुए लोगों को आइसोलेशन सेंटर में उपचार का कागजात व कोरोना को मात देने का प्रमाण पत्र एपिडिमियोलॉजिस्ट डॉ. आशीष मोहन सिन्हा ने भेंट किया तथा वहां उपस्थित स्वास्थ्यकर्मियों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सभी को विदा किया। इससे पूर्व स्वस्थ हुए व्यक्तियों को मौके पर मौजूद एपिडिमियोलॉजिस्टने घर जाने पर सतर्क ता व एहतियात के साथ रहने की सलाह दी। साथ ही बिना काम के घर से बाहर नहीं निकलने, समय-समय पर सैनिटाइजर का उपयोग करने व घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनने का निर्देश दिया। वहीं इस तरह की सतर्कता व एहितयात बरतने के लिए घरवालों, मोहल्ले के लोगों व आसपास के लोगों में जागरूकता लाने का संदेश दिया ताकि घर पर सुरक्षित रहते हुए कोरोना के संक्रमण के बढ़ते खतरे को हरहाल में रोका जा सके और जागरूकता के सहारे आम अवाम को संक्रमण से बचाया जा सके। स्वस्थ हुए मरीजों को एंबुलेंस के माध्यम से बारी-बारी से सम्मानपूर्वक घर भेजा गया। मौके पर डॉ. सीके साहू, कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर जीतेंद्र कुमार के अलावा एएनएम, स्वास्थ्य कर्मी व सहिया समेत अन्य मौजूद थे। गौरतलब है कि रविवार को भी कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए पांच मरीजों को सम्मानपूर्वक घर विदा किया गया था।