गांडेय में 3500 मजदूरों को मनरेगा में मिल रहा काम
गांडेय(गिरिडीह) कोरोना महामारी के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए राज्यभर में आंशिक ल
गांडेय(गिरिडीह) : कोरोना महामारी के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए राज्यभर में आंशिक लॉकडाउन लगा है। महामारी से बचने के लिए दूसरे राज्य काम करने गए प्रवासी मजदूरों की घर वापसी शुरू हो गई है। गांडेय प्रखंड में भी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर घर वापस लौट रहे हैं। ऐसे में लोगों के सामने रोजगार की बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। मनरेगा विभाग मजदूरों के लिए एकमात्र सहारा बना हुआ है। गांडेय के बीपीओ राजकुमार हेंब्रम ने बताया कि वर्तमान में प्रखंड में तालाब, सिचाई कूप, टीसीबी, डोभा, बागवानी, मेड़बंदी समेत अन्य योजनाएं संचालित हैं। इन सभी योजनाओं में मजदूरों को काम दिया जा रहा है। गांडेय प्रखंड में प्रतिदिन लगभग 3500 मजदूरों को काम दिया जा रहा है। वहीं इसे प्रतिदिन बढ़ाया जा रहा है। बीपीओ ने बताया कि बहुत जल्द मॉनसून की दस्तक होनेवाली है। ऐसे में नए तालाब, सिचाई कूप व डोभा का सेक्शन नहीं हो रहा है। नई योजनाओं में टीसीबी, बागवानी व मेड़बंदी योजना का सेंक्शन हो रहा है। उन्होंने इच्छुक लाभुकों से पंचायत कार्यालय या ग्राम रोजगार सेवक से संपर्क कर योजना का लाभ लेने को कहा। बीते दो माह से मनरेगा में मजदूरी की राशि का भुगतान नहीं हुआ है। विभाग से अलॉटमेंट मिलते ही सभी लंबित मजदूरी की राशि का भुगतान किया जाएगा।