गढ़वा में रिग बोरिंग मशीन के ऑपरेटर की संदिग्ध मौत
रिंग बोरिंग मशीन गाड़ी नंबर टीएन 39 वाई 9299 के ऑपरेटर बाबू इस्माइल (48) की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। वह शुक्रवार की रात बोरिंग कार्य में लगा हुआ था।
गढ़वा, जेएनएन। रिंग बोरिंग मशीन गाड़ी नंबर टीएन 39 वाई 9299 के ऑपरेटर बाबू इस्माइल (48) की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। वह तमिलनाडु के पल्लीपल्लम नमक्कल के कोइलांकाडु निवासी इस्माइल का पुत्र था। जानकारी के अनुसार वह मेराल थाना क्षेत्र के पचफेड़ी में शुक्रवार की रात बोरिंग कार्य में लगा हुआ था। वहीं पर संदेहास्पद स्थिति में उसकी मौत हो गई।
इस संबंध में बोरिंग मशीन के प्रबंधक के रूप में कार्यरत धनबाद जिले के सरईडीह थाना क्षेत्र के सावलपुर निवासी रुपेश मोदक ने बताया कि रात में खाना खाकर सो गया था। शनिवार को अहले सुबह जब वह नहीं उठा तो वे लोग ऑटो से उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। बोरिंग मशीन पर कार्य करने वाले उसके साथी मजदूर भी बाबू इस्माइल की मौत के संबंध में स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रहे हैं।
बिना पोस्टमार्टम कराए शव ले जाने की थी तैयारी
बाबू इस्माइल की मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है। इसे हत्या का मामला भी बताया जा रहा है। कई लोगों के अनुसार मशीन ऑपरेट करने के दौरान उसे अंदरुनी चोट लगी। इससे उसकी मौत हो गई। बोरिंग मशीन के प्रबंधक समेत कई लोगों की पूरे प्रकरण में संदिग्ध भूमिका लग रही है। प्रबंधक रुपेश मोदक के अनुसार उसने सुबह पांच बजे बाबू इस्माइल को जगाने का प्रयास किया, किंतु वह नहीं जागा। तो उसने मशीन के एक अन्य प्रबंधक गढ़वा के उंचरी मोहल्ला निवासी मोहसिन अख्तर को इसकी जानकारी दी।
इसके बाद उसे शनिवार की सुबह करीब नौ बजे सदर अस्पताल लाया गया। विलंब से अस्पताल लाए जाने के बारे में पूछने पर रुपेश मोदक ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया। सदर अस्पताल में चिकित्सक द्वारा मृत घोषित किए जाने के बाद निजी एंबुलेंस से बाबू इस्माइल का शव लेकर भागने की तैयारी में थे, किंतु किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। इसके बाद वहां पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम कराया।
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