मैं भी बनूंगा पापा की तरह आर्मी मैन
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए आशीष कुमार सिंह का साया दोनों बच्चों के सर से उठ गया।
जागरण संवाददाता, गढ़वा। छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए गढ़वा थाना के गरनाहा निवासी आशीष कुमार सिंह के परिजनों का हाल जानने गुरुवार को प्रशासनिक अमला पहुंचा। इस मौके पर मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक एसडीओ प्रदीप कुमार ने मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपये का चेक शहीद की पत्नी आशा देवी को सौंपा। दोनों अधिकारी आशीष के दोनों बेटों पांच साल के अनुकल्प और तीन साल के आरव से भी मिले।
दोनों बच्चों के सर से इस नन्हीं उमर में ही पिता का साया उठ गया है, पिता को मुखाग्नि भी पांच साल के अनुकल्प ने ही दी है, लेकिन उसे लगता है कि पापा जल्द ही वापस लौटेंगे। तुतली जबान में उसकी नादान बातें सुन दोनों अधिकारियों ने झट से उन्हें गले से लगा लिया। बड़े होकर क्या बनना चाहते हो। इस सवाल पर बच्चों ने भी बिना देर लगाए तपाक से जवाब दिया पापा की तरह बहादुर आर्मी मैन। फिलहाल आशीष की शहादत के बाद इन दोनों बच्चों की पढ़ाई का बीड़ा सीआरपीएफ ने उठाया है।
सुकमा में तैनात बेटे की चिंता में पिता की मौत
सुकमा में जवानों की शहादत के पीछे थकान भी अहम कारण
सहायता राशि लेते वक्त शहीद की पत्नी समेत परिवार के सभी सदस्य फूट-फूट कर रोने लगे। यह देख अनुमंडल पदाधिकारी व उनके साथ गये गढ़वा के बीडीओ प्रदीप कुमार महतो भी भावुक हो गए। दोनों अधिकारियों ने कहा कि सरकारी स्तर पर मिलने वाले अन्य अनुदान के भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आशीष की पत्नी आशा देवी को शैक्षणिक योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी दी जाएगी।