विरोध के बावजूद किसानों को बंटा गया पंप
किसान पंप वितरण कराने की मांग को लेकर अड़ गये। किसानों के विरोध करने के कारण बिना जांच के ही उन्हें पंप दे दिया गया। इस बात को लेकर मझिआंव में चर्चा का बाजार गर्म है। झामुमो नेता अनवर हुसैन अंसारी अच्युतानंद तिवारी एसएन त्रिपाठी सहित कई लोगों ने उपायुक्त गढ़वा से जांच की मांग कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
मझिआंव: प्रखंड कार्यालय पर आयोजित शिविर में भूमि संरक्षण विभाग द्वारा 90 प्रतिशत अनुदान पर 49 किसानों को पंप सेट दिया गया। इस अवसर पर उपस्थित स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चन्द्रवंशी के जिला प्रतिनिधि दिवाकर दुबे उर्फ चंचल दुबे ने पंप के बाजार मूल्य एवं विभाग को दिये गए भाऊचर में अंतर होने का मामला उठाया। इन्होंने कहा कि बाजार में 1.5 एचपी पावर के पंप का मूल्य 12 से 15 हजार रुपये तक है। लेकिन पंप के ऑथोराइज्ड डीलर जितेंद्र कुमार तिवारी का एग्रो एण्ड एरिगेशन द्वारा प्रति पम्प सेट 27 हजार रुपये का भाऊचर दिखाकर सरकारी राशि की लूट की जा रही है। यह परम्परा ठीक नहीं है, इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये। चंचले ने कहा कि जब सरकार 90 प्रतिशत अनुदान राशि पर पंप सेट दे रही है तो प्रत्येक पंप पर 12 से 15 हजार रुपये तक की लूट क्यों की जा रही है। चंचल दुबे के विरोध करने पर बीडीओ अमरेंन डांग ने कहा कि यह टेक्निकल समस्या है। इसकी जांच की जाएगी। इसके बाद लाभुकों के बीच पंप का वितरण किया जाएगा। बीडीओ की बात समाप्त होते ही किसानों ने शोरगुल करना शुरु कर दिया। किसानों ने कहा कि हमलोगों को अनुदान पर पंप मिल रहा है। इसमे हमलोगों को इससे कोई मतलब नहीं है कि इसका बाजार मूल्य क्या है और कौन कितना रुपया लूट रहा है। किसान पंप वितरण कराने की मांग को लेकर अड़ गये। किसानों के विरोध करने के कारण बिना जांच के ही उन्हें पंप दे दिया गया। इस बात को लेकर मझिआंव में चर्चा का बाजार गर्म है। झामुमो नेता अनवर हुसैन अंसारी, अच्युतानंद तिवारी, एसएन त्रिपाठी सहित कई लोगों ने उपायुक्त गढ़वा से जांच की मांग कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।