रंका क्षेत्र को विधानसभा क्षेत्र बनाने की मांग को लेकर दिया धरना
रंका अनुमंडल क्षेत्र को अनुसूचित क्षेत्र घोषित कर नया विधानसभा क्षेत्र बनाकर आदिवासियों के लिए सुरक्षित करने संबंधी मांग को लेकर शुक्रवार को रंका प्रखंड मुख्यालय परिसर में अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के सैकड़ों लोगों ने एकदिवसीय धरना का कार्यक्रम आयोजित कर दो सूत्री मांग पत्र राज्यपाल के नाम प्रखंड
रंका: अनुमंडल क्षेत्र को अनुसूचित क्षेत्र घोषित कर नया विधानसभा क्षेत्र बनाकर आदिवासियों के लिए सुरक्षित करने की मांग को लेकर शुक्रवार को रंका प्रखंड मुख्यालय परिसर में अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के लोगों ने एकदिवसीय धरना दिया। कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल के नाम दो सूत्री मांग पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी के अनुपस्थिति में प्रभारी प्रधान सहायक मुकेश कुमार को सौंपा गया। इस मौके पर आदिवासी महासभा के केंद्रीय सचिव सह जिप सदस्य उमा देवी ने कहा कि झारखंड राज्य में आदिवासियों को विशेषाधिकार का प्रावधान किया गया है। मगर प्रावधान के बावजूद इस इलाके के लोग इस सुविधा से वंचित हैं। रंका अनुमंडल के रंका, चिनियां, रमकंडा, भंडरिया तथा बड़गड़ प्रखंडों में आदिवासियों की बाहुलता है, जो अनुसूचित क्षेत्र की सभी अहर्ताओं को पूरा करता है। बावजूद इसके सरकार के इस भेदभावपूर्ण रवैये से क्षेत्र की जनता मर्माहत है। यहां के लोगों का संवैधानिक अधिकारों का हनन हो रहा है। ऐसी परिस्थिति में जन भावनाओं का आदर करते हुए झारखंड सरकार तत्काल अनुसूचित क्षेत्र घोषित करते हुए नया विधानसभा क्षेत्र का सीमांकन कर आदिवासियों के लिए सुरक्षित करें। जिससे यहां के लोगों का सर्वांगीण विकास हो सके। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष लखन उरांव, जोगेंद्र ¨सह, सुशील एक्का, प्रखंड प्रमुख लीलावती देवी, जगदीश टोप्पो, तेरोफिल लकड़ा, राजेंद्र ¨सह, भोला ¨सह, गणेश्वर कोरवा, रामविचार पहिया, सुनील किस्पोट्टा तथा जयप्रकाश ¨मज समेत कई अन्य लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।