एएसआइ सहित तीन के विरुद्ध प्राथमिक ी दर्ज
संवाद सूत्र रंका (गढ़वा) एसीबी टीम पर हमले के मामले में निरीक्षक अजीत अरुण एक्का ने बुधवार
संवाद सूत्र, रंका (गढ़वा) : एसीबी टीम पर हमले के मामले में निरीक्षक अजीत अरुण एक्का ने बुधवार की देर रात रंका थाना में पदस्थापित सहायक अवर निरीक्षक कमलेश सिंह समेत तीन नामजद पुलिस पदाधिकारी एवं 11 आरक्षी बल के जवान पर पहचान बताने के बावजूद जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मारपीट करने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। एक्का ने थाना में दिए आवेदन में कहा है कि एसीबी थाना पलामू के कांड संख्या 14/ 2021 दिनांक 26 -10-2021 की धारा 7 ए पीसी के अनुसंधान के क्रम में बुधवार के संध्या समय रंका थाना के सहायक पुलिस निरीक्षक कमलेश सिंह के आवास पर छापेमारी को लेकर पहुंचा। जहां रंका थाना क्षेत्र के कर्री गांव निवासी संतोष कोरवा समेत 17 लोगों को जमीन विवाद में हुई मारपीट की घटना में जमानत दिए जाने को लेकर अपने सहयोगी चौकीदार सुनील कुमार ठाकुर के माध्यम से 34 हजार रुपये लिया जाना था। आरोपित कमलेश कुमार सिंह ने सुनील ठाकुर को थाना परिसर के बाहर पैसा दिला कर खुद थाना परिसर स्थित आवास में चले गए बाद में पीछे से चौकीदार पहुंचा इसके सत्यापन के लिए अनुसंधान के क्रम में एसीबी टीम के नागेश्वर रजक, जयशंकर प्रसाद, पुलिस निरीक्षक विनोद कुमार पासवान, पंकज कुमार तिवारी एवं दिवाकर कुमार के साथ मैं स्वयं गया। वहां चौकीदार द्वारा कमलेश सिंह को 20 हजार रुपये चौकीदार सुनील कुमार ठाकुर द्वारा दिया जाने लगा। इसी क्रम में अभियुक्त कमलेश सिंह को टीम के सदस्यों ने पकड़ लिया तथा सबों ने अपना परिचय अपराध नियंत्रण शाखा के पदाधिकारी के रूप में दिया। इतना सुनते ही कमलेश सिंह जोर जोर से चिल्लाने लगे, उनकी आवाज सुनकर एक पुलिस अवर निरीक्षक, तीन जमादार एवं 7- 8 की संख्या में आरक्षी आए और भद्दी भद्दी गालियां देते हुए सभी मारपीट करने लगे और कमलेश सिंह को छुड़ाकर थाने के अंदर ले गए तथा टीम के सदस्यों को आवास से जबरन बाहर निकाल दिया। इसी क्रम में लोगों ने मुझे पकड़कर घसीटते हुए आवास के अंदर ले गए। उन्होंने लोगों ने पहले मेरा नाम पूछा मेरे द्वारा नाम बताए जाने पर भद्दी भद्दी गालियां देते हुए आदिवासी कहकर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लाठी-डंडे एवं लात घुसा से मारकर जख्मी कर दिया। किसी तरह मेरे टीम के सदस्यों ने उन लोगों के बीच से मुझे छुड़ाया। इस क्रम में सहायक अवर निरीक्षक उपेंद्र सिंह ने मेरा मोबाइल छीन लिया। आवेदन में मारपीट करने वाले आरक्षी एवं पुलिस पदाधिकारियों को देखने के बाद पहचान लेने की बात कही गई है। आवेदन के आलोक में सुसंगत धाराओं के तहत रंका थाना में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है। उक्त घटना के बाद से कमलेश कुमार सिंह फरार बताए जा रहे हैं।