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पुलिस की निष्क्रियता से आम लोगों के लिए फुटपाथ बना सपना

संवाद सहयोगी गढ़वा फुटपाथ पर आम आदमी के अधिकार को गढ़वा में पुलिस प्रशासन की निष्क्रि

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Feb 2021 06:16 PM (IST)Updated: Thu, 18 Feb 2021 06:16 PM (IST)
पुलिस की निष्क्रियता से आम लोगों के लिए फुटपाथ बना सपना
पुलिस की निष्क्रियता से आम लोगों के लिए फुटपाथ बना सपना

संवाद सहयोगी, गढ़वा : फुटपाथ पर आम आदमी के अधिकार को गढ़वा में पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता ने एक सपना बना दिया है। सरे राह छोटे-बड़े व्यवसायियों ने आम आदमी के जाने की कीमत पर फुटपाथ लूट लिया है लेकिन प्रशासन को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। जिला प्रशासन के नाक के नीचे बड़े आराम से रोज फुटपाथ पर बाजार सजता है। स्थानीय लोग इस दुरावस्था के लिए जिला प्रशासन से लेकर पुलिस पर सीधा आरोप लगाती ही है। वहीं कुछ लोग इसे दैनिक वसूली का जरिया भी बताते हैं। हमेशा भारी वाहनों से भरे रहने वाले मुख्य सड़क एनएच 75 पर आम आदमी आये दिन दुर्घटना का शिकार होता रहता है लेकिन प्रशासन तो इसे उनकी नियति मानता है। फुटपाथ पर जगह नहीं होने के कारण लोग विवश होकर बीच सड़क पर चलने को विवश हैं। गढ़वा-मझिआंव रोड की स्थिति तो और भी बदतर है। मझिआंव मोड़ से लेकर कृषि उत्पादन बाजार समिति तक सड़क किनारे ठेला खोमचा वालों ने लगभग पूरी तरह कब्जा जमा रखा है। मझिआंव रोड में अतिक्रमण से अक्सर जाम लगा रहता है। साप्ताहिक हाट के दिन गुरुवार को तो इधर से गुजरना मुश्किल हो जाता है। फुटपाथ पर दुकान सजाने वालों के लिए अलग व्यवस्था नहीं होने के कारण मुख्य पथ पर ही दुकानें सज रही है। जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

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सड़क जाम की समस्या गढ़वा के लिए आम हो गई है। प्रतिदिन लोगों को घंटों इस समस्या से जूझना पड़ता है। स्थानीय प्रशासन इस ओर ध्यान ही नहीं देती, लगता है अधिकारी मान बैठे है कि फुटपाथ ठेले-खोमचे वालों के लिए ही है।

इस्तेयाज रजा, गढ़वा।

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मझिआंव मोड़ पर लोगों को हमेशा सड़क जाम की समस्या झेलनी पड़ती है। यहां सड़क का अतिक्रमण किए जाने के कारण समस्या और गंभीर हो जाती है। पुलिस प्रशासन को पहल करनी चाहिए लेकिन यह उनके लिए दुधारू गाय जो है।

रविद्र नाथ ठाकुर, गढ़वा। -

फुटपाथ पर पैदल चलने वालें लोगों का हक है। पैदल चलने वाले लोगों के लिए ही फुटपाथ बनाया जाता है, लेकिन यहां तो इसे ही अतिक्रमण कर लिया गया है। अब लोग कहां चलें। प्रशासन के पास आम आदमी की चिंता करने का समय ही कहां।

अजय उपाध्याय, गढ़वा।

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सड़क जाम की समस्या से मुक्ति के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की जरूरत है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कोई व्यक्ति यदि आवश्यक काम से निकल रहा तो उसे भी सड़क जाम का सामना करना पड़ता है।

गिरजा शर्मा, गढ़वा।


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