गढ़वा में काल बनकर गिरी बिजली, 60 भेड़ों की मौत Garhwa News
मझिआंव प्रखंड क्षेत्र के टड़हे पंचायत के कोइनबार गांव में बीती रात करीब 730 बजे अचानक वज्रपात होने से लगभग 60 भेड़ की मौत हो गयी।
गढ़वा, जेएनएन। झारखंड में वज्रपात कहर बनकर टूट पड़ा है। काल बनकर गिरी बिजली ने प्रदेश के गढ़वा जिले में 60 भेड़ों की जिंदगियां लील लीं। मझिआंव प्रखंड क्षेत्र के टड़हे पंचायत के कोइनबार गांव में बीती रात करीब 7:30 बजे अचानक वज्रपात होने से लगभग 60 भेड़ की मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार बिडंडा गांव निवासी संजय पाल अपने भेड़ लेकर सोनपुरवा गांव आये हुए थे। और सोनपुरवा निवासी रामसेवक प्रजापति के सहमति से उनके खेत में सभी भेड़ को बैठाया गया था।
उसी दौरान वर्षा होने लगी और वर्षा से बचने के लिए संजय पाल भेड़ से अलग हो कर छुप गया। और भेड़ एक पलाश के पेड़ के नीचे बैठ गये। उसी दौरान वज्रपात हुआ जिससे 60 भेड़ की मौत मौके पर हो गयी। सुबह होते ही ग्रामीणों की भीड़ उमड़ गई। इसकी सूचना मंझिआव थाना तथा संबंधित विभाग के विभाग डॉक्टर को दे दी गयी है। इधर संजय पाल का कहना है कि भेड़ बैठना ही उसका मुख्य पेशा था। भेड़ को मरने से लगभग तीन लाख रूपए का नुकसान हुआ है । घटना स्थल पर सेवक प्रजापति, योगेन्द्र प्रजापति, प्रेम शर्मा, गंगा दयाल शर्मा, शेख शकील, प्रमोद चौधरी, प्रसिद्ध प्रजापति, चंचल चौधरी, अनिल चौधरी सहित सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित थे।
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