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कानपुर से जामा पहुंची किशोरी

जामा प्रखंड के नाचनगड़िया पंचायत के चिहरबनी गांव की रीना देवी की 17 वर्षीय पुत्री सुरुजमुनी सोमवार की सुबह जामा पहुंची। पुलिस की दबिश के बाद कथित तौर पर महिला दलाल प्रेमलता मुर्मू एवं उसके पति बालक हेंब्रम ने सुरुजमुनी को भेजे गए ठिकाना पर संपर्क बनाकर उसे कानपुर से जरमुंडी पहुंचाने की पहल की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Nov 2020 06:08 PM (IST)Updated: Mon, 09 Nov 2020 06:08 PM (IST)
कानपुर से जामा पहुंची किशोरी
कानपुर से जामा पहुंची किशोरी

-- आसपास की तीन युवतियों की वापसी अब भी शेष

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- कथित दलालों पर दबाव बनाकर युवतियों को वापस लाने में लगी है पुलिस

संवाद सहयोगी, जामा : जामा प्रखंड के नाचनगड़िया पंचायत के चिहरबनी गांव की रीना देवी की 17 वर्षीय पुत्री सुरुजमुनी सोमवार की सुबह जामा पहुंची। पुलिस की दबिश के बाद कथित तौर पर महिला दलाल प्रेमलता मुर्मू एवं उसके पति बालक हेंब्रम ने सुरुजमुनी को भेजे गए ठिकाना पर संपर्क बनाकर उसे कानपुर से जरमुंडी पहुंचाने की पहल की। इसके बाद सोमवार को सुरुजमुनी सबसे पहले जरमुंडी थाना पहुंची। इस मामले में गुरुवार को जरमुंडी थाना में ही रानी देवी ने प्रेमलता और उसके पति पर बहला-फुसलाकर काम दिलाने के नाम पर सुरुजमुनी को बेचने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई थी। इसके बाद से पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई थी।

इधर, वापस लौटी सुरुजमुनि ने दबी जुबां से कहा कि उसे कानपुर में रखा गया था। कानपुर में काम दिलाने के लिए ले जाया गया था और वह वहां काम कर रही थी। जहां वह काम करने गई थी वहां उसके अलावा और भी कई युवतियां काम करने गई थीं। अभी वहां इस इलाके की तीन लड़कियों को काम पर रखा गया है। हालांकि सुरुजमुनी ने जरमुंडी थाना में अपने बयान में शारीरिक शोषण के बारे में कुछ भी बताने एवं कबुलने से मना किया है। इधर युवती की मां रीना एवं बाराटांड़ गांव की रहने वाली युवती की नानी ने कहा कि जब वे लोग घर पर नहीं थे तब उनकी लड़की को काम दिलाने के बहाने नाचनगडिया की प्रेमलता एवं बालक हेंब्रम अपने साथ ले गए थे और वहां उसे बेचने का प्रबंध किए थे। लेकिन दलालों की चंगुल से पहले छूट कर आई सुकुरमुनी ने इस बात का खुलासा किया तब जाकर उनलोगों ने पुलिस से गुहार लगाकर सकुशल गांव की चार युवतियों को वापस लाने की मांग की है। अब भी लकड़जोड़िया गांव की सनत बेसरा की बहन मंती बेसरा भी पिछले चार वर्षों से लापता है। उसे भी काम दिलाने के बहाने ले जाया गया था और वह चार साल से लापता है। जबकि सुरुजमुनी के साथ काम करने गई पांच युवती में तीन युवतियों की बरामदगी अब भी शेष है।


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